ड्रोन से होगी बेरोजगारी दूर, युवाओं को हर महीने 10 हजार रु देगी सरकार, कृषि, ट्रैफिक और माइनिंग क्षेत्र में उड़ा सकेंगे ड्रोन

युवाओं को अब मध्य प्रदेश में ड्रोने चलना सिखाया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें पैसे भी दिए जाएंगे। चलिए जानते हैं सरकार का प्लान-

ड्रोन उड़ाना सीखेंगे युवा

ड्रोन एक ऐसा यंत्र है जो की कई तरीके से लोगों के काम आ रहा है। ड्रोन से कई क्षेत्रों के काम आसान किये जा रहे हैं। जैसे की खेती किसानी, कानून व्यवस्था, ट्रैफिक, माइनिंग, फोटोग्राफी जैसे कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। मध्य प्रदेश सरकार भी अब कृषि कानून व्यवस्था ट्रैफिक और माइनिंग क्षेत्र में ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए युवाओं को इसकी ट्रेनिंग देगी। जिसमें ड्रोन पॉलिसी भी लाई गई है।

इस नई ड्रोन पॉलिसी में युवाओं को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। यहां पर उन्हें पैसे भी मिलेंगे। इस तरह बेरोजगारी की समस्या भी हल होगी। तो चलिए आपको बताते हैं कि ड्रोन ट्रेंनिंग और इंसेंटिव की क्या व्यवस्था सरकार कर रही है।

ड्रोन चलाने के मिलेंगे पैसे

मध्य प्रदेश के युवा ड्रोन चलाना सीखेंगे तो उन्हें ड्रोन की ट्रेनिंग के साथ-साथ 8 से 10000 रुपए महीना स्टाइपेंड भी दिया जाएगा। इस वह अपनी जरूरत की चीज भी पूरी कर सकेंगे और काम में उनका मन भी लगा रहेगा।

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मैन्युफैक्चरिंग इंसेंटिव

मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को भी 40% तक इंसेंटिव देने का ऐलान किया गया है। इसके अलावा स्टार्टअप को प्रोजेक्ट्स छोटे और मध्यम स्तर पर शुरू करते हैं तो ड्रोन प्रोजेक्ट उन्हें भी दिए जाएंगे। इस तरह एक ट्रेंड वर्कफोर्स तैयार होगा। विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन का इस्तेमाल होगा जिससे काम आसान होंगे।

खेती में ड्रोन का इस्तेमाल

खेती किसानी में भी ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है। जिसे कृषि ड्रोन कहा जाता है। सरकार कृषि ड्रोन से जुड़े कई तरह की योजनाएं भी चलाई जा रही है। जिसमें महिलाओं को भी लाभ मिल रहा है। महिलाएं ड्रोन चलाना सीख कर खेती किसानी में किसानों की मदद कर रही है और अपनी आर्थिक स्थिति में भी सुधार कर रही है। ड्रोन से किसान फसलों की निगरानी कर सकते हैं। ड्रोन से कम समय में बड़े पैमाने पर कीटनाशक खाद आदि का छिड़काव कर सकते हैं। इससे मजदूरी का खर्चा कम हो जाता है और समय पर एक बराबर मात्रा में कम खर्चे में काम हो जाता है।

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