फरवरी से मार्च का महीना इस सब्जी की खेती के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त होता है इसकी खेती में लागत बहुत कम आती है और कमाई बहुत जबरदस्त होती है। तो चलिए इस सब्जी की खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
फरवरी के महीने में करें इस सब्जी की खेती
फरवरी के महीने में बेल वाली इस सब्जी की अगेती खेती खेती बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होती है इसकी खेती से न केवल बंपर पैदावार मिलती है बल्कि मार्केट में इस सब्जी की मांग भी बहुत अधिक मात्रा में होती है लोग इस सब्जी को खाना बहुत पसंद करते है। इसकी फसल बहुत कम दिनों में तैयार हो जाती है और कम लागत में बहुत ज्यादा अधिक पैदावार देती है। आप इस सब्जी की खेती से जबरदस्त मुनाफा कमा सकते है हम बात कर रहे है पूसा सुप्रिया तोरई की खेती की ये तोरई की एक उन्नत किस्म है। इसकी खासियत ये है की ये रोगों के प्रतिरोधी होती है।

कैसे करें खेती
अगर आप पूसा सुप्रिया तोरई की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती से सम्बंधित जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको खेती करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। पूसा सुप्रिया तोरई की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली उपजाऊ मिट्टी उपयुक्त होती है साथ ही मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों की मात्रा ज्यादा होनी चाहिए। मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए। इसकी बुवाई के लिए पहले खेत की जुताई करनी चहिए और बुवाई के लिए इस किस्म के बीजों का ही चयन करना चाहिए। इसकी खेती में जैविक खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए बुवाई के बाद पूसा सुप्रिया तोरई की फसल करीब 50 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप पूसा सुप्रिया तोरई की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत ज्यादा जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी क्योकि इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है इसके फल मध्यम आकार के चिकने और हरे रंग के होते है ये किस्म अच्छी उपज देती है और रोगों के प्रतिरोधी है एक हेक्टेयर पूसा सुप्रिया तोरई की खेती करने से करीब 140 क्विंटल की उपज मिलती है आप इसकी खेती से करीब 1.5 से 2 लाख रूपए की कमाई कर सकते है। तोरई की ये किस्म बहुत लाभकारी साबित होती है।