सोयाबीन की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। सोयाबीन की कीमत है स्थिर नहीं हो पा रही है। 2 वर्ष पहले जहां सोयाबीन की कीमत जहां ₹6000 प्रति क्विंटल हुआ करती थी आज वही कम होकर 3500 से लेकर 4200 प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी है। अब ऐसे में किसानों में निराशा का माहौल बना हुआ है। किसान सोयाबीन के भाव को लेकर खूब ज्यादा चिंतित हो रहे हैं।
दिवाली से पहले सोयाबीन के भाव
दिवाली आने से पहले सोयाबीन के भाव में बढ़ोतरी देखने को मिली थी उस समय सोयाबीन के भाव लगभग 4500 से लेकर 4700 प्रति क्विंटल तक पहुंच चुके थे। लेकिन दीवाली के बाद में इसमें लगातार गिरावट देखने को मिली जहां भाव 4000 से 4200 प्रति क्विंटल तक पहुंच गए। फिलहाल अगर सोयाबीन के भाव की बात करें तो अभी सोयाबीन के भाव 4200 से लेकर 4300 के आसपास भी मिलना मुश्किल लग रहा है।
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सोयाबीन के बढ़ते उत्पादन से बिगड़ा गणित
सोयाबीन की कीमतें पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर निर्भर करती है लेकिन वही स्थानीय बाजार में अच्छी आवक हो जाने की वजह से कीमतें लगातार गिरती नजर आ रही है। अमेरिकी कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, अर्जेंटीना ब्राजील और अमेरिका में इस साल सोयाबीन का उत्पादन लगभग 323 लाख टन की बढ़ोतरी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
वही साल 2023 से 2024 में वैश्विक सोयाबीन उत्पादन लगभग 3948.7 लाख टन से बढ़कर 4271.4 लाख टन हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके बाद ब्राजील में उत्पादन लगभग 1530 लाख टन से बढ़कर 1690 लाख टन तक होने की संभावना जताई जा रही है। अमेरिका में 1132.7 लाख टन से 12214.2 लाख टन और अर्जेंटीना में 400.8 लाख टन से घटकर 200.5 लाख टन होने की संभावना जताई जा रही है।
सोयाबीन के स्टॉक में हुई बढ़ोतरी
USDA के मुताबिक, साल 2024 से 2025 की मार्केटिंग सीजन में सोयाबीन का स्टॉक लगभग 1011 लाख टन से बढ़कर के 11 21.6 लाख टन हो जाएगा। बढ़ती डिमांड के मुकाबले उत्पादन ज्यादा होने की वजह से स्टॉक में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
सोयाबीन की वर्तमान कीमतें और भविष्य की संभावना
एमपी और महाराष्ट्र के बाजारों में सोयाबीन की कीमत लगभग 3500 रुपए से लेकर 4300 प्रति क्विंटल के बीच में बनी हुई है। सोयाबीन की कीमत फसल की गुणवत्ता, बाजार की स्थिति और आपूर्ति पर पूरी तरह से निर्भर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अप्रैल 2025 में सोयाबीन की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना है। आने वाले समय में खाने के तेल और पशु चारे में सोयाबीन की बढ़ती मांग के चलते सोयाबीन के भाव बढ़ सकते हैं।