किसान ऐसे करें असली और नकली डीएपी खाद की पहचान, नहीं तो पैसे के साथ फसल भी होगी बर्बाद।
पैदावार बढ़ाने के लिए खाद का इस्तेमाल
किसान फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए खाद का इस्तेमाल करते हैं। जिसमें इस समय डीएपी खाद बहुत ज्यादा डिमांड पर है। डीएपी खाद की कमी बहुत ज्यादा किसानों के बीच देखी जा रही है। सरकार कहती है कि खाद अच्छी मात्रा में है। लेकिन किसानों तक खाद नहीं पहुंच पा रही है। मगर जिन किसानों को यह खाद मिल रही है उन्हें बता दे की बाजार में कुछ दुकानों में नकली डीएपी खाद भी बिक रही है।
अगर किसानों से खरीद लेते हैं तो पैसे के साथ-साथ फसल भी बर्बाद होगी। तो इसीलिए इस लेख में आज हम जानेंगे कि किसान असली और नकली डीएपी की पहचान कैसे करें। कहां से खाद खरीदें। जिससे उन्हें नकली खाद की दिक्कत ही ना आए।
यह भी पढ़े- 25 दिन में तैयार होने वाली फसल लगाकर एक एकड़ से कमाएं 1 लाख, मंडी में हो जाती है धड़ाधड़ बिक्री
ऐसे करें असली-नकली डीएपी खाद की पहचान
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार करें खाद की पहचान।
- नकली और असली डीएपी खाद में एक अंतर यह होता है कि जब उसे तवा पर गर्म करते हैं तो असली जो डीएपी के दाने होते हैं वह गर्म होते ही फूलने लगते हैं। जबकि नकली डीएपी के जो दाने होंगे उनमें ऐसा कोई बदलाव नहीं नजर आएगा कि वह फूलने लगे।
- इसके अलावा आप असली डीएपी को अगर चूने के साथ मिलाकर मसलते हैं तो तेज गंध निकलती है। जिससे पता चल जाता है कि यह असली खाद है।
- नकली और असली खाद में एक अंतर यह है कि जब आप नाखून से असली खाद को तोड़ेंगे तो वह टूटेगी नहीं। लेकिन नकली जो खाद रहेगी वह सरलता से टूट जाएगी।
- डीएपी खाद असली-नकली है इसकी पहचान करने के लिए आप उसके दाने देख सकते हैं। वह सख्त मजबूत होते हैं। उनका रंग भी भूरा, काला, बदामी आदि में आता है। इनमें से कोई रंग हो सकता है।
अगर आप चाहते हैं कि इस तरह की कोई दिक्कत ही ना आये आपको बढ़िया भरोसेमंद दुकान मिल जाए। तो कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि किसानों को ऐसी समस्या से बचने के लिए प्रमाणित और पंजीकृत दुकानों से खाद खरीदना चाहिए। साथ ही साथ खाद खरीदने के बाद पक्की रसीद भी लेना चाहिए। ताकि अगर किसी तरह की समस्या कहीं से भी आती है तो किसान उसके बारे में शिकायत कर सके। जिसमें ऐसी दुकानों से जब खाद खरीदें तो पीओएस मशीन से उर्वरक लीजिए और अंगूठा लगाकर रशीद ले लीजिए। इससे किसानों को किसी तरह के असुविधा नहीं आएगी।