इस पौष्टिक फल की खेती आपको कर देगी कम समय में मालामाल, जाने लागत और कमाई

इस पौष्टिक फल की खेती कर देगी आपको कम समय में मालामाल, जाने लागत और कमाई, अंगूर बेहद स्वादिष्ट और लोकप्रिय फल है। अंगूर को लोग बहुत ज्यादा पसंद करते है। किसानों के लिए अंगूर की खेती एक बहुत ही जबरदस्त व्यापार का तगड़ा ऑप्शन है। इस अंगूर के फल का इस्तेमाल ताजे फल के सिवा किसमिस, मुनक्का, जूस, जेम तैयार करने में होता है। अब हम आपको बताते है की कैसे यह पौष्टिक फल आपको कम समय में मालामाल कर सकती है। आइए इस फसल के बारे में विस्तार से जानते है।

उपयुक्त जलवायु और मिट्टी

अंगूर की खेती के लिए सबसे पहले जलवायु और मिट्टी पर खास ध्यान देना होता है। इसकी खेती के लिए रेतीली दोमट मिट्टी बहुत ज्यादा उपयुक्त कही जाती है। जिसमे जल निकास अच्छा होना चाहिए। आप अंगूर की खेती करते है तो इसके लिए शुष्क गर्म जलवायु सबसे अच्छी कही है। ज्यादा गर्म जलवायु अंगूर की फसल को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचाती है।

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अंगूर की खेती का सही समय

वैसे तो अंगूर का रोपण अक्टूबर से लेकर के जनवरी तक करते है। लेकिन वही जून और जुलाई के महीने में शायद ही कभी भी रोपण करते है। यहां मानसून बहुत देर से होता है। अंगूर को मुख्य रूप से इस युवा विकास पर बीमारियों से बचाव के लिए मानसून रोपण से बच सकते है। अंगूर की फसल को अगर अक्टूबर में रोपण करते है तो यह फरवरी तक तैयार हो जाती है। अंगूर एक 5 माह की फसल है।

अंगूर की खेती कैसे करें

अंगूर की खेती करने से पहले आपको खेत की जुताई अच्छे से करनी होगी। आपको इसकी जमीन प्रबंधन और मिट्टी की जांच करवाना बहुत जरुरी होता है इससे किसान को अच्छी से अच्छी पैदावार प्राप्त हो पाए। इसकी रोपाई कलम विधि से करते है। आपको इसकी बागवानी के लिए करीबन 50 x 50 x 50 CM आकार के गड्ढे खोदना होगा। जिसके बाद में आपको गोबर की खाद, नीम की खली, फॉलीडाल कीटनाशक चूर्ण, सुपर फॉस्फेट पोटेशियम सल्फेट मिला करके भरना होता है।

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रोपाई के लगभग 15 दिन पहले इन सब गड्ढ़ों में 1 वर्ष पुरानी जड़वाली कलमों की रोपाई करना होता है। कलम को रोप देने के तुरंत ही बाद में आपको खेतों की हल्की-हल्की सिंचाई करना होगा। जिसके बाद में आपको किसी प्रकार के उर्वरक का उपयोग करना होगा। इसकी कलम की छटाई करने के बाद में फलों के बड़वार को ध्यान में रखते हुए लगभग 5 से 7 दिनों में एक बार सिंचाई करना होगा। इन सब बेलों को 1 माह के गेप में फोस्फेट और यूरिया मिला ले और इसमें डाल दे। जिससे शाखाओं का बहुत अच्छे से विकास होगा।

लागत और कमाई

अंगूर की खेती करने का विचार अगर आप रखते है तब आपको कुछ बातों का ध्यान होना बहुत जरुरी है। मार्केट में अंगूर के दाम के ऊपर पूरी तरह से निर्भर होता है कि अगर प्रत्येक और आप लगभग 20 से 30 हजार तक की लागत लगा देते हैं तब आपको करीबन प्रति हेक्टेयर लगभग 2 से 3 लाख रूपए तक का लाभ मिल सकता है। इस फसल से आप तगड़ा मुनाफा कमा सकते है।