खेतों में 1500 पेड़ लगाकर 75 लाख रु सालाना कमा रहे रामेश्वर जी, राज्य स्तर तक मिल चुके पुरस्कार और सहायता राशि

खेतों में 1500 पेड़ लगाकर 75 लाख रु सालाना कमा रहे रामेश्वर जी, राज्य स्तर तक मिल चुके पुरस्कार और सहायता राशि।

खेतों में 1500 पेड़ लगाकर 75 लाख रु सालाना

नमस्कार किसान भाइयों आज हम आपके लिए फिर एक किसान की सफलता की कहानी लेकर आए हैं जो कि अपने बगीचे से 75 लाख रुपए सालाना कमा रहे हैं। जी हां आपको बता दे कि इन्होंने 1500 पेड़ों का एक बगीचा तैयार किया हुआ है। जिससे उन्हें अच्छी खासी कमाई हो रही है। यहां पर हम आपको इनके बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। इनका नाम रामेश्वर नाम है, और यह जयपुर राजस्थान के रहने वाले हैं। यह मौसमी की खेती करते हैं। मौसमी जिसे मुसम्मी या मौसंबी भी भी कहा जाता है।

यह एक फल है जिसे उत्तर प्रदेश में मीठा नींबू भी कहते हैं। इससे कई तरह की चीज तैयार की जाती है। किसानों को इसकी खेती में फायदा है। आपको बता दे की रामेश्वर लाल इसकी खेती से बढ़िया मुनाफा ले रहे हैं तो चलिए आपको बताते हैं यह किस तरीके से खेती करते हैं इन पेड़ों से इन्हें कितना उत्पादन प्राप्त हो रहा है।

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मौसमी के पेड़ो से मिलने वाला उत्पादन

मौसमी के पेड़ों से मिलने वाले उपज की बात करें तो एक पेड़ से ही इन्हें अच्छा खासा उत्पादन प्राप्त हो जाता है। जिसमें बताया जा रहा है कि एक पेड़ से इन्हें करीब 1 क्विंटल मौसमी की उपज मिलती है। इसकी कीमत भी बढ़िया मिलती है। क्योंकि यह पूरा ऑर्गेनिक तरीके से खेती करते हैं। जी हां आपको बता दे कि यह जैविक खेती करते हैं इन्हें ROKA से ऑर्गेनिक सर्टिफिकेट भी मिला है और जैविक बाजार में ही यह अपने उत्पादन के बिक्री करते हैं। जिसमें एक पेड़ से जो उन्हें एक कुंटल मिल रहा है, इस तरह 15 पेड़ से 1500 कुंतल उत्पादन मिलता है और एक कुंटल उपज की कीमत ₹5000 है।

इस हिसाब से 1500 कुंतल उपज इनका 75 लाख के करीब में चला जाता है। यह उत्पादन कम या ज्यादा और कमाई थोड़ी बहुत कम या ज्यादा भी हो सकती है। चलिए आपको बताते हैं कि इन्हें कितने पुरस्कार सम्मान इसके वजह से मिले हैं।

राज्य स्तर तक मिल चुके पुरस्कार और सहायता राशि

यह जैविक तरीके से खेती करते हैं, जिसमें खर्चा कम आता है, लेकिन कमाई कहीं ज्यादा है और परंपरागत खेती से हटकर यह फलों की खेती करके कमाई कर रहे हैं। जिससे अन्य किसान भाइयों के बीच यह एक मिसाल कायम कर रहे हैं। जिसकी वजह से सरकार भी इन्हें सम्मानित कर रही है। आपको बता दे की पंचायत से लेकर के राज्य स्तर तक में इन्हें सम्मानित किया जा रहा है। करीब 10 पुरस्कार अभी तक इन्हें मिल चुके हैं। इसके अलावा सरकार सहायता राशि भी दी गई है। जिससे अन्य किसान प्रोत्साहित हो। साथ ही इनका मनोबल भी बढे।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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