किसान कम जमीन से ज्यादा कमाई करना चाहते हैं तो चलिए आज हम इस लेख में आपको एक ऐसे किसान की सफलता की कहानी बताते हैं जो कि कम जमीन से अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं और लंबे समय तक इससे कमाते हैं एक बार रोपाई करके।
बिहार के किसान का कमाल
आज हम बिहार के किसान की सफलता की कहानी जानेंगे जो कि कम जमीन से अधिक कमाई कर रहे हैं। इनकी कहानी से अन्य छोटे किसानों को भी आय में वृद्धि करने की जानकारी मिल सकती है। जिस किसान की हम बात कर रहे हैं उनका नाम है संतोष आनंद और यह बेगूसराय बिहार के रहने वाले हैं। आपको बता दे कि संतोष जी एक एकड़ में सब्जी की खेती करके नौ लाख रुपए तक कमा लेते हैं। वह बताते हैं कि यह लंबी अवधि की फसल है एक बार किसान रोपाई करते हैं तो आने वाले 5 साल तक कमाई कर सकते हैं चलिए आपको इस सब्जी के बारे में बताते हैं।
परवल की खेती
दरअसल किसान परवल की खेती करते हैं। वह बताते हैं कि सितंबर से अक्टूबर में परवल की खेती कर सकते हैं। यह बढ़िया समय होता है। परवल की खेती वह बेड बनाकर करते हैं। बेड में बुवाई करते हैं और ऊपर जाल लगा देते हैं। ऊपर लगी जाल में फसल फैल जाती है। क्योंकि यह बेल वाली सब्जी होती है। परवल की खेती में वह अच्छा खासा खर्चा भी करते हैं। ड्रिप से वह खाद पानी देते हैं। यानी कि बेड बनाते हैं फिर मल्चिंग लगाते हैं और ड्रिप के द्वारा सिंचाई करते हैं।
साथ ही साथ बेल को सपोर्ट देने के लिए लकड़ी का टांट भी बनाते हैं। वह बताते हैं कि जिन क्षेत्र में 45 डिग्री तक का तापमान गर्मियों में चला जाता है तो वह किसान भी परवल की खेती कर सकते हैं। क्योंकि परवल की खेती को इतने तापमान सहन करने की क्षमता होती है। परवल की बुवाई किसान अन्य सीजन में भी कर सकते हैं। लेकिन बढ़िया उत्पादन के लिए सितंबर अक्टूबर का समय बेहतर होता है।
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उत्पादन और कमाई
अगर अच्छा उत्पादन लेना है तो भी किसान परवल की खेती का चयन कर सकते हैं। क्योंकि इससे एक बार तुड़ाई शुरू होती है तो 7 महीने तक किसानों परवल की सब्जी लगातार मिलती रहती हैं। सप्ताह में एक बार किसान बताते हैं की तुड़ाई करते हैं। जिसमें 1400 किलो तक वह तोड़ लेते हैं। तुड़ाई कभी कम तो कभी ज्यादा भी होती है। जिसमें मार्च से तुड़ाई शुरू होती है।
इसके रेट की बात वह करते हैं कि मार्च में जब वह तुड़ाई करना शुरू करते हैं तो ₹80 कीमत मिलती है। वही धीरे-धीरे कुछ महीने बाद कीमत ₹20 तक चली जाती है। लेकिन यह कीमत उन्हें आसपास के मंडी में मिलती है। अगर किसान बड़े पैमाने पर परवल की खेती करते हैं और बड़े शहरों में इसकी बिक्री करते हैं तो अधिक कीमत मिल सकती है।
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