कम जमीन से कम समय में लाखों रुपए कमाना है तो चलिए आपको बताते हैं एक ऐसी सब्जी की जानकारी, जिससे अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। इसमें लागत कितनी आएगी इसकी भी जानकारी देंगे-
एक एकड़ से 60 दिन में 1 लाख की कमाई
कई ऐसे किसान है जो की छोटी सी जमीन से अधिक कमाई कर रहे है। क्योंकि वह बहुत सारी बातों का ध्यान रखते हैं। जैसे की मंडी की डिमांड, लागत, खेती का तरीका, ज्यादा कीमत वाली फसले आदि। जिसमें सब्जियों की खेती एक ऐसी रहती है जो कि जल्दी तैयार हो जाती है। लागत भी कम आती है और कीमत बाजार में अच्छी मिलती है। एक सीजन में किसान कई फसलों की खेती कर लेते हैं। जिससे उन्हें जल्दी-जल्दी मुनाफा हो जाता है। लेकिन उनके पास अच्छी मंडी भी होनी चाहिए।
जिसमें आज हम बात कर रहे हैं फूल गोभी की खेती की। फूलगोभी की खेती से एक एकड़ की जमीन से 60 दिन के भीतर ₹100000 का शुद्ध मुनाफा कमा सकते हैं। यानी की लागत तो अलग कर दीजिए, तब चलिए आपको बताते हैं इस कमाई की गणित क्या है। उत्पादन कितना मिलेगा, कीमत कितनी मिलेगी, जिसके अनुसार इतना मुनाफा बताया जा रहा है।
कमाई और लागत की गणित
1 एकड़ में किसान अगर फूलगोभी की खेती करते हैं तो उसमें करीब 14000 पौधे लग जाते हैं। जिसमें ₹1 का एक पौधा मिलता है जो कि आप नर्सरी से खरीद सकते हैं। यह पौधे बढ़िया तकनीक से अगर आप लगाएंगे तो 14000 फूलगोभी तैयार होगी। जिसका वजन 1 से लेकर डेढ़ किलो तक रहता है। लेकिन मान लीजिए कि गोभी 1 किलो की है तो उसकी कीमत ₹10 तक मिल जाएगी और ₹10 के हिसाब से 14000 फूलगोभी से 1 लाख 40 हजार रुपए की कमाई होगी। जिसमें मान लीजिए की ₹100000 शुद्ध बना पाएंगे।
वही लागत की बात करें तो 25 से 30000 लागत आती है। मगर मान लीजिए की 40000 भी लागत आ जाती है तो फूल गोभी की कीमत ₹10 से कम मिलती है तो भी ₹100000 यहां पर शुद्ध मुनाफा हो रहा है।
फूलगोभी की खेती कैसे करें
- फूल गोभी की खेती के लिए मिट्टी का ध्यान रखें। मिट्टी बलुई दोमट या चिकनी हो तो बेहतर होता है।
- मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच हो और मिट्टी में जल भराव ना हो। यानी की पानी की निकासी की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए।
- अगेती फूल गोभी की खेती में किसानों का अधिक फायदा होता है। जिसमें जून से जुलाई के बीच अगेती गोभी की खेती की जाती है। पछेती गोभी की खेती कर रहे हैं तो सितंबर और अक्टूबर से लेकर नवंबर तक कर सकते हैं।
- बुवाई से पहले बीज उपचार करें। जिससे कई तरह के नुकसान से बच सकते हैं। साथ ही रोपाई से पहले ध्यान रखें की मिट्टी में उर्वरक मिला है या नहीं। जैसे कि गोबर की पुरानी खाद इससे मिट्टी उपजाऊ होगी।
- गोबर की खाद रोपाई से कम से कम 7-8 दिन पहले मिट्टी में मिला दे। उसके बाद रोपाई करें। इससे अच्छी उपज मिलेगी।
- साथ ही साथ समय-समय पर फसल का निरीक्षण जरूर करते रहे की किसी तरह की कोई समस्या तो नहीं आ रही। अगर कुछ है तो समय पर उसका समाधान करें।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।
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