अक्टूबर में इस फसल को लगाकर हो जाएंगे मालामाल, कुबेर के खजाने से कम नहीं इसकी खेती, जाने नाम और खेती का तरीका
कुबेर के खजाने से कम नहीं इस फसल की खेती
इस फसल की खेती रबी सीजन में ही की जाती है इससे अधिक पैदावार लेने के लिए अक्टूबर से लेकर नवंबर तक बुवाई कर देनी चाहिए। इस दाल की डिमांड बाजार में बहुत ज्यादा मात्रा में होती है क्योकि इस दाल का स्वाद बहुत ज्यादा अच्छा होता है जिससे लोग इसका सेवन करना बहुत पसंद करते है। आप इस फसल की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर के तगड़ा मुनाफा कमा सकते है। इसकी बुवाई के लिए अक्टूबर का महीना सबसे ज्यादा अच्छा माना जाता है। हम बात कर रहे है मसूर की खेती की मसूर की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है तो चलिए जानते है इसकी खेती कैसे की जाती है।
मसूर की खेती
अगर आप मसूर की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती की पूरी जानकारी प्राप्त होनी चाहिए। जिससे आपको इसकी खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी और उत्पादन भी बंपर होगा। इस फसल की खेती से अधिक पैदावार के लिए अक्टूबर से लेकर नवंबर तक बुवाई कर देनी चाहिए। मसूर की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली हल्की दोमट और काली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी का PH स्तर 4.5-8.2 के बीच होना चाहिए। मसूर की बुवाई के लिए 30-40 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर पर्याप्त होते है। मसूर की बुवाई की गहराई 4-5 सेंटीमीटर होनी चाहिए। इसकी खेती में जैविक खाद, गोबर की खाद या नीम की खली की खाद का इस्तेमाल कर सकते है। बुवाई के बाद 130-140 दिन में फसल पककर तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप मसूर की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत ज्यादा शानदार कमाई देखने को मिलेगा क्योकि मसूर की दाल की डिमांड बाजार में सालभर रहती है जिससे इसकी बाजार में बिक्री पूरे साल होती है। एक एकड़ में इसकी खेती से करने से करीब 20 से 22 क्विंटल तक की पैदावार होती है। आप इसकी खेती से 1.5 से 2 लाख रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। मसूर की खेती बहुत लाभ की साबित होती है।