डीएपी खाद का इस्तेमाल कर देगा आपकी फसल बर्बाद, आइए जानते है कैसे खेती की मिट्टी के लिए खड़ा है हानिकारक।
डीएपी उर्वरक
आज के समय में हर किसान अधिक पैदावार के लिए उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई किसान इस बात से अनजान है कि ज्यादा डीएपी खाद का इस्तेमाल उनकी फसल को बर्बाद कर सकता है बल्कि उनके खेत की मिट्टी से उर्वरा शक्ति को भी छीन सकता है। आईए जानते हैं कैसे डीएपी खाद आपकी फसल को बर्बाद कर सकता है।
डीएपी का अधिक इस्तेमाल बेहद हानिकारक
सर्दियों के मौसम में खेत में अगर ज्यादा डीएपी का इस्तेमाल किया जाए तो मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होने के साथ गुणवत्ता पर भी बहुत गहरा असर देखने को मिलता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस खाद में नाइट्रोजन और फास्फोरस की मात्रा ज्यादा होती है। ज्यादा डीएपी के इस्तेमाल से मिट्टी का संतुलन पूरी तरह से बिगड़ जाता है।
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आपको फसल की अधिक पैदावार के लिए सबसे पहले मिट्टी की जांच करवा कर जरूर के हिसाब से पोषक तत्वों का इस्तेमाल करना चाहिए। इस प्रकार से उससे कई फायदे भी आपको देखने को मिलेंगे।
गोबर खाद सबसे बेस्ट
फसल की अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए सबसे अच्छा उपाय गोबर खाद है। गोबर खाद कम लागत में ज्यादा पैदावार देने वाला सबसे अच्छा जीवामृत ही नहीं बल्कि खेती के लिए रामबाण उपाय भी माना जाता है। इसको तैयार करने के लिए आपको गाय का मूत्र, गाय का गोबर, बेसन, गुड़ और खेत के मद की मिट्टी की आवश्यकता होती है।
इसके बाद लगभग 10 किलो गाय का मूत्र और गोबर में 1 किलो बेसन, मिट्टी और गुड़ मिला करके छाया वाली जगह पर रख देना है इसको लगभग दिन में डंडे से दो बार मिल लेना है। इसके बाद यह खाद लगभग 7 दिन में तैयार हो जाएगा। किस प्रकार गोबर का खाद तैयार किया जा सकता है जो आपकी फसल के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।
फसल के लिए करता है मिट्टी को तैयार
गोबर खाद बेहद फायदेमंद होता है। यह अगली फसल के लिए मिट्टी को तैयार करके रखता है। गोबर खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की मात्रा लिमिट में रहती है। इतना ही नहीं यहां आवश्यक पोषक तत्वों से भरा हुआ होता है। पौधे के लिए यह सबसे उपयुक्त खाद होती है जो अगले साल के लिए खेत को उपजाऊ बनाने में बहुत मदद करती है।