वाह क्या आईडिया है, कोल्ड स्टोरेज से निकले सड़े हुए आलू किसानों की खेती का खर्चा बचाएंगे, फसल की पैदावार बढ़ाएंगे, जाने कैसे

कोल्ड स्टोरेज से निकलने वाले सड़े गले आलू का अब होगा इंतजाम, फेकें नहीं जाएंगे किसानों के काम आएंगे, जानिए कैसे-

कोल्ड स्टोरेज में कुछ आलू सड़ जाते हैं

आलू एक ऐसी सब्जी है जिसके साल भर हर सीजन में डिमांड होती है। इसलिए आलू की खेती में किसानों को मुनाफा है। जिसके लिए सरकार ने कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था की है। ताकि किसान कोल्ड स्टोरेज में आलू को रख सके। बता दे कि उत्तर प्रदेश की जनपद अलीगढ़ में बहुत सारे कोल्ड स्टोरेज है। 118 कोल्ड स्टोरेज है, जिनमें से 114 में आलू और फल का भंडारण किया जाता है इसमें हर साल लगभग 12 लाख से ज्यादा मीट्रिक टन आलू का भंडारण किया जाता है और यहां पर 1 से 2% आलू कुछ वजह से खराब हो जाते हैं।

यानी कि सड़ जाते हैं। जिन्हें कोल्ड स्टोरेज के संचालक फेंक देते हैं। इसका किसी तरीके से इस्तेमाल नहीं होता। मगर अब इन खराब आलू का भी इस्तेमाल होगा और इससे किसानों की मदद होगी तो चलिए जानते हैं कैसे।

सड़े हुए आलू किसानों के काम आएंगे

कोल्ड स्टोरेज से जो सड़े हुए आलू निकलते हैं उन्हें अब फेंका नहीं जाएगा बल्कि उनसे किसानों की मदद की जाएगी। दरअसल आलू फेकने पर प्रतिबंध लग गया है। जिला के उद्यान अधिकारी का कहना है कि इन आलुओं से अब खाद बनाई जाएगी। संचार को कोई सुझाव दिया जा रहा है वह अपने कॉलेज स्टोरेज में एक पिट बनाकर उसमें वैज्ञानिक विधि से, सरल तरीके से जैविक खाद बनाएंगे। जिसमें आलू के अलावा अन्य सब्जी फल आदि डाल सकते हैं।

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लेकिन जो भी सब्जी फल थोड़े बहुत सही है, उन्हें गौशालाओं में दिया जाएगा। इस तरह किसानों और पशुपालकों को फायदा हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि सड़ा हुआ आलू इसी तरह फेंक देने से जमीन खराब होती है। कई तरह के नुकसान होते हैं इसीलिए इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

किसानों को मिलेगी सस्ती खाद बढ़ेगी पैदावार

खराब हो रही आलू का सब्जी आदि की खाद बनाई जाएगी। जिससे किसानों को सस्ते में खाद दी जाएगी। इस खाद का इस्तेमाल करके किसान अपने खेत की मिट्टी को उपजाऊ बना सकते हैं। तथा पैदावार को बढ़ा सकते हैं। जिससे किसानों को फायदा होगा, खेती की लागत कम होगी।

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