गुड़हल के पौधे में फूल कम आ रहे हैं या उसमें मिलीबग कीट लगे तो चलिए आपको बताते हैं वाशिंग पाउडर किस तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं-
गुड़हल में आने वाली समस्याएं
गुड़हल का फूल सुंदर होता है। कई रंग वैरायटी में मिल जाता है। इसे लगाना भी आसान है। लेकिन गुड़हल में कई तरीके की समस्याएं भी आती हैं जैसे कि उसमें मिलीबग सफेद रंग के कीड़े लग जाते हैं और फिर चीटियां भी आने लगती हैं। इसके अलावा कभी-कभी फूल कम मिलते हैं, पौधे का विकास रुक जाता है, तो चलिए आपको इसके लिए खाद ,कीटनाशक आदि के बारे में बताते हैं।
सबसे पहले मिट्टी में मिलाये यह चीज
गुड़हल के पौधे का विकास अच्छा हो, फूल ज्यादा मिले, इसके लिए हमें उसे पोषण देना होगा। जिसमें सबसे पहले आपको पौधे में लगे पुराने सूखे फूल को हटा देना है। मिट्टी की हल्की खुदाई करना है, और ध्यान देना है कि क्या आप जब गमले में पानी देते हैं तो पानी रुकता तो नहीं है। पानी की निकासी बढ़िया होनी चाहिए।
इसके बाद आप मिट्टी में दो से चार कैल्शियम की गोली मिला सकते हैं जो की एक्सपायर हो चुकी है। अब आपके काम की नहीं है, तो मिट्टी में मिला दीजिए। इससे पौधे को कैल्शियम मिलेगा। इसके बाद एक दो मुट्ठी नीम की खली भी मिला दीजिए। जिससे मिट्टी में कीट नहीं लगेंगे। आपके पास केले के छिलके का पाउडर है तो दो चम्मच डाल दीजिए। इसके बाद अगर आपने 15-20 दिन पहले गोबर की खाद नहीं मिलाई है तो वह भी मिला दीजिए।
अगर आपके पौधे की मिट्टी में चींटी या अन्य किसी तरह के कीट नजर आते हैं तो इसके लिए आप फिटकरी करीब 2 ग्राम, 2 लीटर पानी में आधे घंटे के लिए छोड़ दीजिए और फिर इस पानी को मिट्टी में डाल दीजिए। इससे मिट्टी में दीमक नहीं लगती है, चींटी, या किसी तरह के कीट नहीं आते हैं, मिट्टी अम्लीय होती है।

गार्डनिंग में वाशिंग पाउडर का इस्तेमाल
गार्डनिंग में वाशिंग पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपके घर में नीम तेल नहीं है तो वाशिंग पाउडर से काम चला सकते हैं। वाशिंग पाउडर की मदद से गुड़हल में लगे मिलीबग, हरे-सफेद-काले रंग के कीड़े हट जाएंगे। इसके लिए आपको आधा चम्मच 1 लीटर पानी में अच्छे से मिलाना है, और फिर एक स्प्रे बोतल में भरकर तेज धार के साथ पौधे में जहां पर कीड़े लगे हैं वहां पर डालना है। आपको मिट्टी में इस पानी को डालने से बचाना है, पौधे में जहां पर कीट है वहां पर डालें। शाम के समय ही डालें, और फिर दूसरे दिन साफ पानी से पौधे को नहला दीजिए।