फूलों की खेती की ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे किसान फूलों की खेती से अच्छी खासी कमाई कर सके, तो चलिए जानते हैं योजना के बारे में-
फूलों की खेती में मुनाफा
फूलों की खेती करके किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं। क्योंकि फूलों की डिमांड हमेशा बनी रहती है। विभिन्न प्रकार के समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम, शादी-विवाह, राजनीतिक कार्यक्रम होते हैं जिनमें फूलों की मांग रहती है, और किसानों को अच्छी कीमत भी मिलती है। फूलों की डिमांड कई कंपनियां भी करती हैं, जिससे किसान कंपनियों के साथ कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग भी कर सकते हैं।
जिसमें फूलों की खेती के बारे में किसानों को बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। इसलिए सरकार फूलों की खेती की ट्रेनिंग दे रही है। ताकि किसान सही तरीके से खेती करके, उनकी देखरेख सही तरीके से करके अच्छा उत्पादन ले सके और फूलों की गुणवत्ता बढ़िया होगी तो बाजार में कीमत भी अच्छी मिलेगी। चलिए जानते हैं फूलों की खेती की ट्रेनिंग कहां मिल रही है।

फूलों की खेती के लिए ट्रेनिंग
दरअसल, हरियाणा राज्य सरकार फूलों की खेती के लिए ट्रेनिंग दे रही है। सरकार चाहती है कि किसान फसल विविधीकरण की दिशा में आगे बढ़े पारंपरिक फैसले की खेती लगातार करने से उत्पादन घट रहा है, तो अगर किसान अलग-अलग फसल लगाएंगे तो उनकी आमदनी में बढ़ेगी और उत्पादन भी अधिक मिलेगा।
जिसमें आपको बता दे की 3 मार्च से 7 मार्च 2025 तक फूलों की खेती के लिए झज्जर जिले के पुष्प एवं बीज उत्पादन तकनीकी उत्कृष्ट केंद्र मुनीमपुर में कैंप लगाया जा रहा है। सिर्फ 5 दिन की ट्रेनिंग लेकर किसानों को फूलों की खेती के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, तो आइये जानते हैं आवेदन कहां करना है और आवेदन के अंतिम तारीख क्या है।
आवेदन कैसे करें
किसान अगर हरियाणा के निवासी है, और फूलों की खेती करने के लिए इच्छुक है तो फूलों की खेती के लिए ट्रेनिंग ले लेंगे तो बेहतर होगा। तो अगर किसान प्रशिक्षण लेना चाहते हैं तो बाद में बागवानी विभाग की इस अधिकारी वेबसाइट पर जाकर पंजीयन कर सकते हैं। किसान 28 फरवरी दोपहर 2:00 बजे तक आवेदन जमा कर सकते हैं, क्योंकि 4:30 चयनित किसानों की सूची जारी की जाएगी। पात्रता के बात करें तो 18 से 60 वर्ष के बीच के किसान इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। वह फूलों की खेती से जुडी शिक्षा प्राप्त कर सकते है।