140 दिन में पककर तैयार होती है ये मसाले की खेती, 1 एकड़ में खेती से होगी धुंआधार कमाई, बंपर उत्पादन के लिए जाने बुवाई का सही तरीका।
140 दिन में तैयार होती है ये मसाले की खेती
इस काले बीज की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई होती है। क्योकि इस बीज का उपयोग खाना बनाने में किया जाते है जिससे लोग इस बीज को बाजार से बहुत अधिक मात्रा में खरीदते है और बाजार में इस बीज का तेल बहुत महंगी कीमत में भी बिकता है। आप इसकी खेती से बहुत तगड़ी कमाई कर सकते है ये बीज की खेती बहुत ज्यादा फ़ायदेमदं साबित होती है। हम बात कर रहे है कलौंजी बीज की खेती की कलौंजी की खेती बहुत लाभ की होती है तो चलिए जानते है कलौंजी की खेती कैसे की जाती है।
कैसे करें खेती
इस मसाले की खेती के लिए इसकी खेती से सम्बंधित जानकारी होना बहुत जरुरी होता है जिससे जब आप इसकी खेती करेंगे तो आपको इसकी खेती करने में कोई बड़ी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। कलौंजी की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है बंपर उत्पादन के लिए मिट्टी का पीएच मान 6-7 के बीच होना चाहिए और मिट्टी में जल निकास भी बढ़िया होना चाहिए। कलौंजी की बुवाई के लिए कतार विधि का इस्तेमाल किया जा सकता है। कतार विधि में पौधे से पौधे के बीच 8 इंच की दूरी और पंक्तियों के बीच भी 8 इंच की दूरी रखनी चाहिए। बुवाई के 22-25 दिन बाद कलौंजी के पौधों की निराई-गुड़ाई करनी चाहिए और खरपतवारों को भी हटा देना चाहिए। कलौंजी के पौधों को ज़्यादा पानी की ज़रूरत नहीं होती है। इसकी फसल 120 से 140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
धुआंधार होगी कमाई
अगर आप इस मसाले की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई होगी क्योकि ये बीज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते है जिससे लोग बाजार से इस बीज को बहुत खरीदते है और इस बीज से तेल भी तैयार किया जाता है जो बाजार में बहुत ज्यादा महंगा बिकता है। एक एकड़ में कलौंजी की खेती से करीब 8-10 टन तक की पैदावार हो सकती है और एक एकड़ में कलौंजी की खेती से करीब 2 से 3 लाख रूपए की कमाई हो सकती है।