लीची की फसल में कीट रोग लगने से बंपर उत्पादन में बहुत गिरावट हो जाती है जिससे काफी नुकसान होता है तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है लीची की फसल को कीट से बचाने के लिए क्या करना चाहिए।
लीची की पैदावार में होगी बेशुमार वृद्धि
लीची की खेती बहुत लाभकारी होती है लीची अपनी मिठास के लिए दुनिया भर में जाना जाता है लीची के फलों की मिठास से आकर्षित होकर उसमें कीट अपना बसेरा बनाने लगते है जिससे लीची की फसल में काफी नुकसान होता है क्योकि एक कीट सभी फलों को खराब कर देता है। जिससे पैदावार में बहुत गिरावट होती है आज हम आपको एक ऐसे कीटनाशक के बारे में बता रहे है जो न केवल लीची के फलों को कीट रोगों से दूर रखता है बल्कि फलों के साइज को भी बढ़ाता है जिससे बाजार में लीची के दाम अच्छे मिलते है। तो चलिए जानते है कौन सी चीज है।

लीची के पेड़ों में कीड़ों का आतंक मिटा देगा ये घोल
लीची की फसल को कीट से बचाने के लिए हम आपको इमामेक्टिन के बारे में बता रहे है इमामेक्टिन एक कीटनाशक है जिसका इस्तेमाल कीटों से फसल को बचाने के लिए किया जाता है इसके अलावा आप लीची के पेड़ में नीम के तेल, लहसुन, गोमूत्र, और पीसी मिर्च से बने कीटनाशक का इस्तेमाल भी कर सकते है नीम का तेल और गोमूत्र एक जैविक कीटनाशक है जो लीची की फसल के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। गोमूत्र से फसल की पैदावार में बेशुमार वृद्धि होती है इन चोरों चीजों से तैयार घोल का इस्तेमाल लीची की फसल में जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
लीची की फसल में कीट नियंत्रण के लिए नीम के तेल, लहसुन, गोमूत्र, और पीसी लाल मिर्च से बने कीटनाशक का उपयोग बहुत लाभकारी और उपयोगी साबित होता है इनका उपयोग करने के लिए 5 लीटर पानी में 2 लीटर गोमूत्र, 2 चम्मच नीम का तेल, 50 ग्राम लाल मिर्च पाउडर और एक लहसुन की कली के पेस्ट को डालकर अच्छे से मिलाकर 2 घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ देना है फिर इस मिश्रण को छानकर एक स्प्रे बोतल में भर कर लीची के पेड़ में जहां जहां कड़े लगे है वहां वहां अच्छे से स्प्रे करना है। ऐसा करने से लीची की पैदावार बहुत जबरदस्त होगी।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।