ओ तेरी ! ये फल साल में सिर्फ 2 महीने आता है नजर, सेवन से लौटाएगा 55 की उम्र में 25 वाली जवानी की सुंदरता, खेती से हो जाएगी मौज, जाने नाम।
ओ तेरी ! ये फल साल में सिर्फ 2 महीने आता है नजर
फलों को स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी और पौष्टिक माना जाता है क्योकि फलों में नेचुरल पोषक तत्वों के गुण पाए जाते है। जो सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमदं साबित होते है आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बता रहे है जिसके सेवन से शरीर तंदुरस्त और फौलादी मजबूत रहता है इस फल में पोषक तत्वों के गुण कूट-कूट कर भरे हुए होते है इसलिए लोग इसका सेवन करना बहुत पसंद करते है। इस फल की डिमांड मार्केट में बहुत होती है हम बात कर रहे है लसोड़ा फल की इस फल का सेवन जरूर करना चाहिए।
लसोड़ा फल की खेती
लसोड़ा फल की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी मानी जाती है अगर आप लसोड़ा फल की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में पहले अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। इसकी खेती के लिए पहले खेत की जुताई करनी चाहिए आपको बता दें इसके पौधे पहले नर्सरी में तैयार किए जाते है फिर खेत में रोपाई की जाती है इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है इसके बीज आपको बाजार में मिल जाएंगे। इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। लसोड़े के पौधों में अच्छे फलन के लिए पत्तियां गिराना ज़रूरी होता है इसके लिए बुवाई के 2 महीने बाद सिंचाई बंद कर देनी चाहिए।
कितनी होगी कमाई
अगर आप लसोड़ा फल की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी क्योकि ये बाजार हाट में बहुत बिकता है इस फल की कीमत बाजार में 100 रूपए प्रति किलो तक होती है। आप इसकी खेती से तगड़ी कमाई कर सकते है इसकी खेती में अच्छी बात ये है की कई सालों तक कमाई की जा सकती है क्योकि इसका पेड़ बहुत कई सालों तक फल देता रहता है।
लसोड़ा फल के फायदे
लसोड़ा फल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है इस फल को खाने से दाद, खाज, खुजली जैसी स्किन समस्याओं से काफी हद तक राहत मिलती है लसोड़ा फल में प्रोटीन, कार्ब्स, फाइबर, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नेशियम, पोटैशियम और आयरन का बहुत अच्छा स्रोत होता है। जो त्वचा के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होते है। साथ ही इस फल के सेवन से ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है इस फल को ‘गोंदी’ और ‘निसोरा’ के नाम से भी जाना जाता है। इसे कच्चा खाने के साथ ही पकाकर भी खाया जा सकता है।