धान की ये किस्म खेती के लिए सबसे उपयुक्त होती है इस किस्म की खासियत ये है की ये कम पानी में भी बहुत जबरदस्त पैदावार देती है तो चलिए जानते है कौन सी किस्म है।
सूखे इलाकों के लिए बेस्ट है धान की ये 2 किस्में
धान की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी होती है लेकिन धान की खेती में ज्यादा पानी का उपयोग होने के कारण कुछ किसान इसकी खेती नहीं कर पाते है आज हम आपको कुछ ऐसी धान की किस्मों के बारे में बता रहे है जो सूखे इलाकों में भी खेती करने के लिए उपयुक्त होती है धान की इन किस्मों की खेती में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है विभिन्न प्रकार की मिट्टी में अच्छा प्रदर्शन करती है।

धान अराइज 6444 गोल्ड किस्म
धान की खेती के लिए हम आपको धान अराइज 6444 गोल्ड किस्म के बारे में बता रहे है ये किस्म न केवल अधिक उपज देती है बल्कि बीएलबी (जीवाणु जनित झुलसा) के प्रति अत्यधिक प्रतिरोधक होती है। इसकी खेती के लिए उपजाऊ दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है एक एकड़ में धान की अराइज 6444 गोल्ड किस्म की बुवाई के लिए करीब 6 किलो बीज की आवश्यकता होती है। इसकी खेती में लाइन से लाइन 20 सेमी और पौधे से पौधे 15 सेमी की दूरी पर लगाना चाहिए। बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 135-140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई कर सकते है।
धान की PHB-71 किस्म
आप धान की PHB-71 किस्म की खेती भी कर सकते है ये धान की एक उच्च उपज देने वाली हाइब्रिड लोकप्रिय किस्म है इस किस्म की खासियत ये है की इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है जिससे फसल को रोगों से कम नुकसान होता है धान की PHB-71 किस्म की खेती के लिए मध्यम काली मिट्टी और दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है इसकी खेती में बीजों को बुवाई से पहले एक बार उपचार कर लेना चाहिए। बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 130 से 135 दिनों में तैयार हो जाती है एक हेक्टेयर में धान की PHB-71 किस्म की खेती करने से करीब 60 से 80 क्विंटल तक पैदावार होती है।