दूध की कीमत में बढ़ोतरी हो गई है। जिससे दूध उत्पादक किसानों को अधिक मुनाफा होगा। लेकिन ग्राहकों को अब अधिक कीमत दूध के लिए चुकानी पड़ेगी-
₹4 लीटर बढ़े दूध के भाव
दूध उत्पादन का व्यवसाय पशुपालकों के लिए कमाई का एक अच्छा विकल्प है। लेकिन दूध उत्पादन के व्यवसाय में कई तरह की लागत आती है। पशु की खरीदी, चारा, रहने का स्थान, साफ सफाई, दूध की बिक्री आदि में खर्च आते हैं। जिससे पशुपालकों को कमाई कम होती है। जिससे समय-समय पर वह कीमत बढ़ाने पर मजबूर होते हैं, और सरकार से कीमत बढ़ाने की मांग करते हैं। जिसमें किसानों को अब बड़ी खुशखबरी मिली है।
आपको बता दे की कर्नाटक में लंबे समय से दूध की कीमत को बढ़ाने को लेकर सरकार से पशुपालक मांग कर रहे थे, और प्रदर्शन भी कर रहे थे। जिसके बाद दूध की कीमत को बढ़ाने के लिए मंजूरी दे दी गई है, और अब यह रेट 1 अप्रैल से लागू होंगे। जिससे पशुपालक और पशुपालन से जुड़े संगठन पशुपालन विभाग सभी की मांग पूरी हो जाएगी।
दूध और दही की कीमत
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार प्रति लीटर दूध और दही कीमत जानें-
- गाय का दूध, जो हरा पैकेट वाला है वह 46 – 50 प्रति लीटर है।
- दही की कीमत 50 से 54 प्रति लीटर है।
- होमोजेनाइज्ड टोंड दूध की कीमत 43 से 47 प्रति लीटर है।
- नंदिनी दूध-टोंड दूध की कीमत 42 से 46 प्रति लीटर है।
- शुभम दूध की कीमत 48 से 52 प्रति लीटर है।

पशुपालन मंत्री का बयान
पशुपालन को बढ़ावा देना तथा पशुपालन से जुड़े व्यवसाय में लोगों को फायदा हो इस पर पशुपालन मंत्री वेंकटेश लगातार काम करते रहते हैं। यह कर्नाटक के पशुपालक मंत्री हैं, इन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल बैठक हुई। जिसमें दूध उत्पादन और प्रोसेसिंग के लागत को देखते हुए डेरी फार्मिंग को आगे बढ़ाने में सहयोग देते हुए नंदिनी दूध और दही के बिक्री मूल्य में करीब चार रुपए प्रति लीटर बढ़ोतरी कर दी गई है। साथ ही सरकार का उद्देश्य है कि यह जो दाम बढ़ा है इसका पूरा लाभ उत्पादक किसान को हो, उनके खाते में सीधा पैसा जाए।
₹5 लीटर दूध की कीमत बढ़ाने की मांग
कर्नाटक में पशुपालकों की मांग थी कि ₹5 लीटर दूध की कीमत में बढ़ोतरी की जाए। लेकिन इससे ग्राहक को भी महंगाई का सामना करना पड़ता है। इस तरह सरकार ने किसान और ग्राहक दोनों को देखते हुए कीमत में ₹4 वृद्धि करने की घोषणा की है यह नई कीमत 1 अप्रैल 2025 से देखने को मिलेगी।