अगर किसान भाई जंगली जानवरों से फसल नहीं बचा पा रहे हैं तो आइए एक ऐसे जुगाड़ के बारे में बताते हैं जिसमें खेत में एक यंत्र लगा दिया जाता है और जंगली जानवर खेत से दूर रहेंगे।
जंगली जानवरों से परेशान हैं किसान
नीलगाय, जंगली सूअर, बंदर आदि जंगली जानवर आकर किसानों की फसलों को नष्ट कर देते हैं। जंगल के आसपास खेती करने वालों को इस तरह की समस्या का सामना बहुत करना पड़ता है। अगर किसानों के आसपास पहाड़ी इलाका है तो ये जंगली जानवर रात में और कभी-कभी दिन में भी खेतों में आ जाते हैं। ऐसे में किसान अकेले भगा नहीं सकते और खेतों में बाड़ लगाकर लाखों रुपए खर्च नहीं कर सकते, इसलिए किसान सस्ते जुगाड़ की तलाश में हैं, तो आइए आपको जंगली जानवरों को भगाने का जुगाड़ बताते हैं।
जंगली जानवरों को भगाने का सिस्टम
जंगली जानवरों की समस्या का समाधान एक यंत्र से किया जा सकता है जैसा कि आप नीचे दी गई तस्वीर में देख सकते हैं। खेत में एक यंत्र लगा होता है जिसके ऊपर एक छोटा सा सोलर पैनल लगा होता है, उसके नीचे एक स्पीकर लगा होता है और उसे चालू-बंद करने के लिए नीचे कुछ बटन होते हैं। यहां लाइट की भी व्यवस्था है जिसे आप स्पीकर के ऊपर देख सकते हैं।

यह लाइट रात में भी जलती है और यह स्पीकर कुत्तों या इंसानों जैसी अलग-अलग तरह की आवाजें निकालता है जिससे जंगली जानवरों को लगता है कि खेत में कोई है, इसलिए वे रात में खेत में नहीं आते। दिन में भी स्पीकर से आने वाली आवाज के कारण जानवर खेतों से दूर रहते हैं। रात में एक टॉर्च भी जलती है, जिससे जंगली जानवर डर के मारे खेत में नहीं घुसते।
इस यंत्र की कीमत फेंसिंग से काफी कम है
पहाड़ी इलाकों के किसान लगातार इस मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनका कहना है कि उन्हें इस यंत्र से काफी फायदा हो रहा है, जिसने भी इसे देखा है, वह तुरंत इसे खरीद लेता है। यह सौर ऊर्जा से चलता है, जिसके कारण किसी तरह का कोई खर्च नहीं आता। यह अलग-अलग तरह की आवाजें निकालता है जिससे जानवर भी खेत में नहीं आते।
इस तरह जो किसान 25-30 लाख रुपए का खर्च करके तारबंदी नहीं कर पा रहे है तो यह सिस्टम लगा सकते है। यह डिवाइस 10,000 रुपए की किसान को पड़ी है। लेकिन लाखों रुपए की फसल बचा रही है। इससे वन क्षेत्रों में खेती करना आसान हो रहा है। ऐसी मशीनें जुगाड़ से बनाई जा सकती हैं और कई कंपनियां इनकी आपूर्ति भी करती हैं। यह सौर ऊर्जा से चलने वाला पशु निवारक यंत्र है। इसका उपयोग खेती में जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए किया जाता है। इसमें लगा लाउड स्पीकर जानवरों को डराता है।