चाय की डिमांड हर घर में रहती है, हर घर के 90% लोग चाय पीते हैं, ऐसे में चाय की खेती में किसानों को मुनाफा है। आपको बता दे कि राज्य सरकार की तरफ से चाय की खेती के लिए सब्सिडी मिल रही-
चाय की खेती में मुनाफा
चाय की मांग के बारे में तो सबको पता है। देश के हर कोने से चाय की डिमांड है। हर घर में सुबह शाम चाय बनती है। होटल, ऑफिस कोई भी जगह हो, गली-गली चाय-चाय की मांग रहती है। इस तरह सरकार को भी पता है इसकी खेती में किसानों को मुनाफा है, डिमांड अधिक है, अगर किसान बढ़िया गुणवत्ता वाली चाय तैयार करते हैं तो अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसीलिए चाय की खेती के लिए राज्य सरकार की तरफ से किसानों को 2 लाख 47 हजार रु की सब्सिडी जा रही है, तो चलिए जानते हैं यह किस राज्य सरकार की योजना है इसमें कितना फायदा किसे मिलेगा।

चाय विकास योजना
चाय विकास योजना बिहार राज्य सरकार की योजना है। इस योजना के तहत किसानों को एक एकड़ के अनुसार 247000 सब्सिडी के रूप में मिलते हैं। किसान 0.1 हेक्टेयर से लेकर 4 हेक्टेयर तक की खेती सब्सिडी पर कर सकते हैं। जिससे भारी आर्थिक मदद हो जायेगी। चलिए जानते हैं बिहार के किन जिलों में यह योजना लागू हुई है।
आवेदन कहां से करें
चाय की खेती के लिए सब्सिडी बिहार के कुछ जिलों में मिल रही है। जिसमें पूर्णिया, अररिया, कटिहार, सुपौल, किशनगंज आदि जिलों के नाम आते हैं। जिसमें लाभ लेने के लिए इस https://horticulture.bihar.gov.in/ आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं यह बिहार सरकार के बागवानी निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट है। किसान अपने नजदीकी कृषि विभाग में संपर्क करके भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
चाय की खेती के लिए जलवायु
चाय की खेती करने का मन बना रहे हैं और अनुदान भी मिल रहा है तो यह अच्छा मौका है। लेकिन चाय की खेती के लिए बढ़िया जलवायु होनी चाहिए, उसका विशेष ध्यान किसानों को रखना चाहिए। जिसमें बताया जाता है कि मध्यम गर्म और आर्द्र जलवायु इसके लिए बढ़िया होती है। 28 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच में भी चाय का विकास होता है।