पारंपरिक फसलों के बजाय अगर डिमांड वाली फसले लगाकर कम जमीन से ज्यादा कमाई करना चाहते हैं तो फूलों की खेती कर सकते हैं, चलिए आपको किसान की सफलता की कहानी बताते हैं-
फूलों की खेती में मुनाफा
देश में कई किसान आज भी पारंपरिक फसलों की खेती कर रहे हैं जैसे कि धान-गेहूं आदि। लेकिन कुछ किसान अब नवीन फसलों में हाथ आजमा रहे हैं। ऐसे ही राजस्थान के जिला झलवारा के किसान शंकर लाल है जो एक बीघा की जमीन में गुलाब की खेती करते हैं, और इससे उन्हें लाखों का मुनाफा साल प्राप्त हो रहा है। वह बताते हैं कि गुलाब की जिस किस्म की वह खेती कर रहे उससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है।
गुलाबों की वह बढ़िया तरीके से खेती करते हैं जिससे अच्छी क्वालिटी के गुलाब खेत से निकलते हैं, और उनकी बढ़िया डिमांड भी रहती है। राजस्थान में गुलाब की खेती प्रसिद्ध है, और यहाँ के किसान धान और गेहूं की खेती छोड़कर गुलाब की खेती करने लगे हैं।
गुलाब की खेती में लागत
पारंपरिक फसलों में किसानों को लागत से बहुत ज्यादा मुनाफा नहीं होता है। बस गुजर-बसर हो जाता है। लेकिन गुलाब की खेती में लागत भी बढ़िया बैठ रहा पर मुनाफा भी तगड़ा हो रहा है। जिसमें किसान का कहना है कि ₹50000 लगाकर वह लाखों का फायदा लेते हैं। लेकिन जब त्यौहार का सीजन होता है तो ज्यादा अच्छी कीमत उन्हें मिलती है। गंगानगर गुलाब की खेती से उन्हें बढ़िया फूलों की गुणवत्ता और मात्रा मिलती है।

त्योहारों में 10 गुना कमाई
फूलों की खेती में अगर किसानों को भरोसा नहीं है तो आपको बता दे की फूल की डिमांड विवाह, राजनीतिक कार्यक्रम, त्योहार आदि में अधिक रहती है। किसान ने कहा कि जब त्यौहार आते हैं उस समय पहले के मुकाबले 10 गुना गुलाब की कीमत मिलने लगती है। जिससे उन्हें अच्छा खासा प्रॉफिट होता है। हर दिन खेतों से 30 किलो गुलाब निकलते हैं, और अच्छी कीमत उनकी मिलती है। ग्राहकों की कमी नहीं होती बल्कि एडवांस में बुकिंग की जाती है। क्योंकि उनके गुलाब बढ़िया वैरायटी के होते हैं। ग्राहकों से खुश रहते हैं, व्यापारी के साथ अच्छे संबंध बनते हैं।