पशुपालक 156 रु में लाखो के नुकसान से बचे, यह सरकारी योजना आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, गाय-भैंस और भेड़-बकरी सभी पर फायदा

पशुपालक 156 रु में लाखो के नुकसान से बचे, यह सरकारी योजना आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, गाय-भैंस और भेड़-बकरी सभी पर फायदा।

पशुपालक 156 रु में लाखो के नुकसान से बचे

खेती के साथ-साथ किसान भाई पशुपालन भी कर लेते हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जो की खेती नहीं करते लेकिन फिर भी पशुपालन का व्यवसाय करते हैं। आजकल दूध, दही और मांस उत्पादन करके अच्छी खासी कमाई की जा रही है। यह भी एक बढ़िया व्यवसाय है। लेकिन अगर पशुओं की सेहत में कोई भी गड़बड़ी होती है या किसी तरह की दुर्घटना होती है तो पशुपालक को बैठे-बैठे लाखों का नुकसान हो जाता है।

कई ऐसे गाय-भैंस आते हैं जिनकी कीमत लाखों में होती है। इसीलिए सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए एक लाभकारी योजना लेकर आई है। दरअसल हम बात कर रहे हैं पशुधन बीमा योजना की, चलिए आपको इस योजना के बारे में बताते हैं।

यह भी पढ़े- इस फल की खेती के लिए 45 हजार रु दे रही सरकार, किसानों के आय में होगा इजाफा, जानें कहाँ करें आवेदन

यह सरकारी योजना आर्थिक स्थिति मजबूत करेगी

पशुपालक ‘पशुधन बीमा योजना’ का लाभ लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं। इस योजना को शुरू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य यही है कि अगर पशु पालक के पशुओं किसी दुर्घटना या बीमारी के कारण उनकी मृत्यु हो जाती है तो उन्हें आर्थिक तौर पर नुकसान ना हो जिसके लिए उन्हें 156 रुपए में बीमा करना होगा।

आपको बता दे की सरकार प्रीमियम पर 90% तक की सब्सिडी दे रही है। जिससे पशु का बीमा बेहद सस्ते में हो जाएगा। इसका लाभ लेने के लिए पहले पशु के स्वास्थ्य की जांच होती है। उसके बाद बीमा पॉलिसी जारी होती है। चलिए आपको बताते हैं इस योजना का लाभ कैसे पशुपालकों को मिलेगा।

यहाँ करें संपर्क

अगर आप इस नुकसान से बचना चाहते हैं तो अपने गाय, भैंस, बकरी या भेड़ का बीमा करवा सकते हैं। जिसके लिए आपको अपने पास के पशु चिकित्सालय या जिला पशुपालन विभाग से संपर्क करना पड़ेगा। इस बीमा का लाभ पशु की मृत्यु या किसी तरह के उसके साथ दुर्घटना बीमारी होने पर आपके द्वारा दावा करने पर दिया जाएगा। इस तरह अगर पशुओं के कारण आर्थिक नुकसान से बचना चाहते हैं तो इस लाभकारी योजना के लिए संपर्क कर सकते हैं बहुत छोटी सी राशि में हजारों लाखो रुपए के नुकसान से बच सकते हैं।

यह भी पढ़े- लाखो किसानों को सुबह-सुबह मिला बड़ा तोहफा, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मांग किया स्वीकार

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

Leave a Comment