नींबू के किसान ना हो परेशान, नींबू फटने या गिरने की आती है समस्या तो तुरंत करें ये उपाय, नहीं होगा खेती में घाटा। नींबू की खेती में होगा फिर फायदा ही फायदा। बढ़िया मिलेंगे नींबू के दाम।
नींबू की खेती में कमाई
नींबू की डिमांड हर घर में साल भर बनी रहती है। नींबू सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल कई तरीके से करते हैं। गर्मियों में तो इसकी मांग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग नींबू के शरबत का पीते हैं। इस तरह नींबू की खेती करके किसान अच्छा खासा मुनाफा कमा लेते हैं।
लेकिन अगर नींबू की खेती में उन्हें नींबू के फूल, फल गिरने या नींबू के फटने की समस्या आती है तो फिर उन्हें इस खेती में घाटा भी हो सकता है। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है आज हम जानेंगे कि अगर नींबू के फल, फूल गिर रहे हैं या नींबू फट रहा है तो इसका कारण और उपाय क्या है।
नींबू गिर रहे तो क्या करें ?
नींबू की खेती करने वाले किसानों को इसमें फायदा तभी है जब नींबू के फूल या फिर छोटे में नींबू ना गिरे। जिसमें नींबू गिरने का कारण यह हो सकता है कि पौधों में पोषक तत्वों की कमी हो रही है या फिर कोई बीमारी का प्रकोप है, वही अचानक मौसम बदल जाने से भी नींबू के फूल या छोटे फल गिरने लगते हैं। इसके अलावा सिंचाई पर भी ध्यान देना होता है। अगर सही समय और तरीके से सिंचाई ना की जाए तो इस कारण में नींबू के फल और फूल झड़ते हैं।
तो इसके लिए आपको यह करना है कि जब आप के पौधे में फूल नजर आए तो उसे समय सिंचाई नहीं करना है और यह ध्यान रखना है कि पौधों में पोषक तत्वों की कमी ना हो बराबर सही मात्रा में खाद का इस्तेमाल करें। इसके अलावा अगर आपके पौधे में फूल पर गिरने की समस्या आ रही है तो इसके लिए आरियोफिन्जिन साथ जिंक सल्फेट तीन बार छिड़क सकते हैं। यह भी एक कारगर उपाय माना जाता है।
निंबू फट रहे तो क्या करें ?
वही अगर किसानों को उनके नींबू में फटने की समस्या आ रही है तो यह भी खेती में नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि अगर नींबू फट गया तो उसकी कीमत नहीं मिलेगी। यह पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा। तो सबसे पहले बात कर लेते हैं कारण की तो इसका भी कारण मौसम का बदलाव है।
अगर गर्मी रहती है अचानक बारिश हो जाती है तो इस वजह से भी नींबू फट जाते हैं तो इसके लिए आप जिब्रेलिक एसिड दस मिलीग्राम या फिर पोटेशियम सल्फेट चार मिलीग्राम 1 लीटर पानी में मिलाकर तकरीबन तीन बार गर्मियों में छिड़क दे। इससे क्या होता है कि नींबू नहीं फटता है। मौसम की मार झेल जाता हैं और इनकी फिर बढ़िया कीमत भी मिलती है। जिससे किसानों को घाटा नहीं होता है।