सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़ शुरू की लेमनग्रास की खेती, बस 1 बार रोपाई और 5 साल तक कमाई ही कमाई, जाने कैसे करते हैं इंजीनियर साहब खेती

आज के ज़माने में लोग खेती करना पसंद नहीं करते लेकिन एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है जो नौकरी छोड़कर लेमनग्रास की खेती करते है और अच्छी कमाई करते है। आइये जानते है उनके बारे में…

सॉफ्टवेयर इंजीनियर श्रवण टेंभरे और डाइटिशियन न्यूट्रीशनिस्ट संगीता टेंभरे

आज हम आपको ऐसे दंपति की कहानी सुनाने जा रहे हैं जो एक समय पर अच्छे पदों पर कार्यरत थे लेकिन इन्होंने अपनी मल्टीनेशनल कंपनी से जब छोड़कर खेती का विकल्प चुना। इतना ही नहीं आज वह खेती करके मुनाफा कमाने लगे। लेकिन उनकी खेती का सफर इतना आसान नहीं था इन्होंने जब जब छोड़ी तो उन्हें घर परिवार से समाज से कई तरह की आलोचना का सामना करना पड़ा इसके बाद भी उन्होंने अपना मन नहीं बदला और खेती करना शुरू कर दिया।

लखनऊ और कानपुर इंस्टिट्यूट से ली खेती की ट्रेनिंग

श्रवण टेंभरे मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे उनकी पत्नी डाइटिशियन न्यूट्रिशनिस्ट का काम करती थी इन दोनों ही दंपति ने अपने पदों को छोड़ दिया और खेती की और अपनी रुचि दिखाई। इस प्रकार उन्होंने नौकरी छोड़कर खेती करने का निर्णय लिया इसके बाद इन दोनों ही दंपति ने लखनऊ और कानपुर इंस्टिट्यूट से खेती की ट्रेनिंग ली इसके बाद इन्होंने बोन कट्टा गांव के पास जमीन खरीद ली इसके बाद से वह आज तक यहां खेती कर रहे हैं जिसमें लेमनग्रास, तुलसी, पामरोजा और सित्रोला की खेती शामिल है।

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लेमनग्रास की खेती करने का तरीका

लेमनग्रास को पहले बीज के जरिये बो दिया जाता है जिसके बाद वह कुछ समय में उग जाता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर श्रवण टेंभरे खेती पूरी जैविक तरीके से करते हैं खेत में वह पूरी तरह से केवल जैविक खाद का उपयोग करते हैं। जैविक खाद मिल सके इसलिए उन्होंने गाय भी पाल रखी है। श्रवण खेत में जैविक खाद के रूप में गोबर खाद, फार्म यार्ड मैन्योर, केंचुआ खाद, दशपर्णी अर्क, जीवामृत, गौ कृपा अमृत, डिक्पलोजर का उपयोग खेत में करते हैं।

लेमनग्रास की खेती

लेमनग्रास की खेती को लेकर किसान ने बताया कि इसको एक बार रोपाई के बाद में बार-बार कटाई की जाती है जो की 5 साल तक कर सकते हैं। इतना ही नहीं इससे साल में लगभग चार बार फसल प्राप्त होती है। आपको बता दे लेमन टेस्ट तेल तैयार किया जाता है जो की मार्केट में 1500 से ₹2000 रुपए प्रति किलो बिकता है।

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लेमनग्रास के फायदे

कई बीमारियों का कल बनकर उनका सामना करती है। अगर आप इसका सेवन करते हैं तो बुखार, ब्लड प्रेशर, और लीवर की दिक्कतों से छुटकारा मिलता है। जिसके साथ ही इसके सेवन से शरीर में फुर्ती और जोड़ों के दर्द से छुटकारा मिलता है।

नमस्ते, मैं चंचल सौंधिया। मैं 2 साल से खेती-किसानी के विषय में लिख रही हूं। मैं दुनिया भर की खेती से जुड़ी हर तरह की जानकारी आप तक पहुंचाने का काम करती हूं जिससे आपको कुछ लाभ अर्जित हो सके। खेती किसानी की खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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