लाल भिंडी की खेती में किसानों को मुनाफा है। चलिए इसकी खेती से होने वाले फायदे के बारें में जानें।
हरी नहीं लाल भिंडी की कीमत मिलेगी ज्यादा
नमस्कार किसान भाइयों इस लेख में हम आपको ज्यादा मुनाफे वाली खेती की जानकारी देने जा रहे हैं। जैसा कि आप जानते हैं हरी भिंडी की खेती ज्यादातर किसान करते हैं लेकिन लाल भिंडी की खेती में किसानों को अधिक मुनाफा है। लाल भिंडी की कीमत उन्हें ज्यादा मिलेगी। क्योंकि लाल भिंडी अभी मार्केट में नहीं है और सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है। इसकी कई ऐसी खासियत है जो की हरी भिंडी से इसे अलग करती है और ज्यादा कीमत मिलती है। तो चलिए जानते हैं लाल भिंडी की खेती करने से किसानों को क्या फायदा होता है।
लाल भिंडी की खेती में फायदा
लाल भिंडी की खेती में किसानों को कई फायदे हैं। जिन्हें आप नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जान सकते हैं।
- हरी भिंडी से ज्यादा लाल भिंडी की उपज किसानों को मिलती है। जिससे अधिक पैदावार होने से कमाई ज्यादा होती है।
- लाल भिंडी में रेशे नहीं होते हैं। जिससे इसे पकाने में आसानी होती है। इसकी वजह से ग्राहक से ज्यादा पसंद करते हैं।
- लाल भिंडी में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन, पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है। डायबिटीज के रोगियों के लिए यह बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है।
- लाल भिंडी के पत्ते नहीं मुड़ते हैं यानी कि इसमें यह वायरस नहीं आता की पत्तियां मुड़ जाए।
- लाल भिंडी के पत्तों में पीले रंग की धारी भी नहीं आती है। यानी कि यह दो बीमारियां इसमें नहीं लगती हैं।
लाल भिंडी की वैरायटी
लाल भिंडी कि जिस वैरायटी के हम बात कर रहे हैं इसका निर्माण भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी द्वारा किया गया है। इस वैरायटी का नाम है ‘वीआरओआर 157’ है, इसे काशी लालिमा के नाम से भी जाना जाता है। इसकी खेती किसान सामान्य भिंडी की तरह ही कर सकते हैं। लेकिन इसके बीजों की कीमत मौसम के अनुसार अलग-अलग होती है। जिसमें फरवरी से अप्रैल के बीच इसके बीजों की कीमत बीते वर्ष 4 से 5 रुपए किलो के हिसाब से थी। वहीं बरसात के समय तीन से चार रुपए किलो इसके बीज मिल रहे थे।