किसानों के लिए सुनहरा मौका, आम की बेहतरीन उपज के लिए करें ये तगड़ा उपाय, ढेर सारे आमों से झूल जायेगा पौधा, मात्र 1 महीने में मिलेगा दमदार प्रॉफिट
बेहतर क्वालिटी से मिलेगई अच्छी कीमत
दोस्तों आम को फलों का राजा कहा गया है क्योंकि यह बहुत ही फायदेमंद फल माना जाता है। इसकी खेती करने में बहुत ही ज्यादा देखभाल करनी होती है। आम की खेती करते ही किसानों को बहुत ही अच्छा मुनाफा कमाने को मिलता है। लेकिन अच्छी क्वालिटी भी होना काफी ज्यादा जरूरी होती है। आपके जितनी अच्छी क्वालिटी होती है उतना ही अच्छा दाम आपको इसके बदले मिलता है।
इसके लिए आपको कई बातों का ध्यान रखना होता है जिससे आपकी उपज भी अच्छी होती है। साथ ही आपके आमों की क्वालिटी भी काफी ज्यादा बढ़ जाती है। आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आपका आम के पेड़ आमों से लग जाएंगे और आपको इसमें ज्यादा खर्चा भी नहीं करना होगा और आप आसानी से आमों की बहुत ही अच्छी पैदावार कर सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
दोस्तों इस बात का ध्यान रखना जरुरी होता है की आम के पौधे में जरा सी गलती भी आपको बहुत ज्यादा भारी पड़ सकती है जिससे आपका पौधा बहुत ही कम फल देने लग जायेगा या फिर आपके पौधे की क्वालिटी खराब हो जाएगी। इसके लिए आपको ध्यान रखना होगा की आम के में बौर निकलने के 3 से 4 महीने पहले ही बगीचे से सिंचाई बंद कर देनी होगी। और पौधों पर फल लग जाने के बाद आम के बाग में 2 से 3 बार सिंचाई करनी पड़ेगी। इससे आम के आकार और क्वालिटी में वृद्धि होती है। आम में बौर बनने की प्रोसेस पर सिंचाई नहीं करनी चाहिए नहीं तो इससे आपके आमों की क्वालिटी खराब हो जाती है और आपको अच्छी पैदावार नहीं मिल पाती है।
दवाओं का छिड़काव करने का सही समय
दोस्तों यदि आप अच्छी फसल के लिए बौर निकलने से पहले अगर 2 से 3 प्रतिशत यूरिया का घोल छिड़काव करते हैं, तो इससे आपके आम काफी अच्छे आते है। बौर निकलते समय छिड़काव नहीं करना चाहिए क्योंकि आम में मधुमक्खियों द्वारा होता है। अगर कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है, तो मधुमक्खियां मर जाएंगी और बौर में पर नमी के कारण परागण संभव नहीं हो पाता है। जिससे आमों का मीठापन भी चला जाता है। आम में जब बौर खिल जाएं या 60 से 70 प्रतिशत तक फूल आ जाएं, तब दवाओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे आपकी आमों की क्वालिटी पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है, और पेड़ पौधे की गोरथ रुक जाती है।