चने की फसल में काले धब्बे दिखे तो हो जाना चाहिए सावधान, अपनाइए यह कुछ खास उपाय। खेतों में चने की फसल बोई जा चुकी है। कई जगह पर फसलों में कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती है। हम बात कर रहे हैं ठंड के मौसम में चने की फसल मे उकठा रोग के चलते फसलों में कई तरह के नुकसान होने की उम्मीद जताई जा रही है ऐसे में अगर आप फसलों को बचाना चाहते हैं तब आपको कुछ तरह के उपाय करने होंगे जिससे कि फसल को इस समस्या से बचाया जा सके।
चने में दिखने वाले लक्षण
चने की फसले कहीं बोई जा चुकी है तो कहीं बोना अभी शुरू है। अब ऐसे में फसलों में उकठा रोग देखने को मिलता है जो बहुत गंभीर माना जाता है जिससे की पूरी फसल बर्बाद हो जाती है। आपको बता दे यह रोग फ्यूजरियम ऑक्सीस्पोरम प्रजाति के साईसेरी नामक फफूंद की वजह से होता है जो की मिट्टी और बीजों से फैलता है।
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आपको बता दे यह रोग पौधे पर किसी भी विकास चरण के समय अटैक कर देता है। इतना ही नहीं शुरू में यह खेत के छोटे से हिस्सों में पहले दिखता है लेकिन समय के साथ यह पूरे खेत में फैल जाता है। इस रोग से ग्रसित पत्तियां मुरझा जाती है और बाद में पूरा पौधा सूख जाता है। इस प्रकार यह धीरे-धीरे करके पूरी फसल को बर्बाद कर देते हैं।
उकठा रोग से बचाव
उकठा रोग से चने की फसल को बचाने के लिए आपको कुछ उपाय का पालन करना होता है। आपको सबसे पहले इस रोग के लक्षण दिखने लगे तब चने की फसल के जड़ों में कार्बेन्डाजिम 50 डब्लू.पी. 0.2 प्रतिशत गोल का स्प्रे फसल पर कर देना चाहिए। इसके साथ ही बुवाई से पहले आपको बीजों का अच्छे से उपचार कर लेना चाहिए। इस रोग से फसल को बचाने के लिए आपको फसल की समय-समय पर निगरानी और कवकनाशकों का सही तरह से इस्तेमाल इस पर करना चाहिए। आप इस प्रकार से फसल को इस रोग से बचा सकते हैं।