इस लेख में आपको एक ठंडी जैविक खाद बनाने की जानकारी दे रहे हैं, जो पौधों को भी ठंडा रखेगी, उनके विकास में मदद करेगी, इसे आप घर पर बना सकते हैं-
ठंडी खाद के फायदे
गर्मी में तापमान बढ़ने से पौधों पर भी इसका असर पड़ता है, पौधे सूखने लगते हैं, विकास रुक जाता है। लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है हम आपको ठंडी खाद की जानकारी देने जा रहे हैं। गर्मी में गर्म खाद का इस्तेमाल करने से पौधों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसीलिए हम ठंडी तरल खाद यहां पर बनाएंगे। तो चलिए आपको बताते हैं इसे बनाने के लिए किन चीजों की जरूरत पड़ेगी और कैसे इस्तेमाल करना है।
ठंडी जैविक खाद कैसे बनाएं
नीचे लेकर बिंदुओं के अनुसार जानिए ठंडी जैविक खाद बनाने के लिए किन चीजों की जरूरत होगी, बनाना कैसे हैं और इस्तेमाल कैसे करना है-
- सबसे पहले आपको आवश्यक सामग्री बता देते हैं, तो एक बड़ी बाल्टी, 18-19 लीटर पानी, गोबर के पुराने उपले, जिसे कंडा भी कहते हैं, खट्टी छाछ करीब 1 लीटर, केले के तीन-चार छिलके, रात भर भिगोया हुआ गुड का पानी करीब एक कटोरी, चार चम्मच सरसों के दाने पिसे हुए रात भर एक कटोरी में भिगोकर रखी, चने की दाल का पाउडर करीब तीन-चार मुट्ठी।
- इसके बाद इन सब चीजों को हमें मिलाना है लेकिन क्रम से। जिसमें सबसे पहले हम बाल्टी लेंगे। उसमें 18 लीटर पानी भरेंगे। उसके बाद उसमें गोबर का उपला तोड़कर डालेंगे।

- इसके बाद करीब 6 मिनट रुकेंगे, उपला अच्छे तरीके से पानी में भीग जाए।
- उसके बाद 1 लीटर खट्टी छाछ मिट्टी में मिलाएं।
- केले के छिलकों को छोटे टुकड़ों में काटकर अच्छे से पानी में मिला दीजिए।
- रात भर भिगोया हुआ गुड का पानी अब इसमें डालकर लकड़ी की मदद से मिलाइए।
- इसके बाद आप सरसों का पाउडर जो किचन करीब चार चम्मच लिया हुआ है उसे पानी में रात भर भिगोना है। उसके बाद इसे बाल्टी में डालना है।
- चने की दाल का पाउडर तीन-चार मुट्ठी मिला दीजिए।
- अंत में सभी चीजों को अच्छे से मिलाकर एक ढक्कन से ढक देना है। लेकिन थोड़ी सी जगह खोल कर रखनी है। जिससे गैस निकलते रहे।
- अगर उपला बार-बार ऊपर आ जा रहा है तो आप उसे पत्थर या किसी भी भारी चीज से ढक सकते हैं।
- करीब एक सप्ताह में खाद बन जाएगी।
- इसके बाद छानकर पानी अलग कर लें।
- अब इस खाद को इस्तेमाल करने के लिए आपको जितनी मात्रा में यह खाद लेनी है, उतनी ही मात्रा में साफ़ पानी लेना है।
- इस खाद को आप छान कर स्प्रे भी कर सकते हैं।
- 15 दिन में इस खाद को दोबारा इस्तेमाल पौधों में कर सकते हैं।
इस खाद से पौधे को संपूर्ण पोषण मिलेगा जिससे पौधे का विकास भी होगा, फूल भी अधिक आएंगे। यह खाद सभी तरह के पौधों को दे सकते है।