पशुपालकों को पशुओं की मृत्यु या चोरी होने पर सरकार देगी पैसा, जानिए कैसे मिलेगा पशु बीमा योजना का फायदा

अगर आप पशुपालन करते हैं और पशुओं की मृत्यु या चोरी होने पर आर्थिक नुकसान से बचना चाहते हैं तो आइए पशु बीमा योजना के बारे में बताते हैं-

पशुओं की मृत्यु या चोरी

पशुपालन कमाई का एक अच्छा विकल्प है, गाय, भैंस, भेड़ और बकरी जैसे कई तरह के पशुओं का पालन किया जाता है, जिनसे दूध उत्पादन, मांस या अन्य तरह के व्यवसाय किए जाते हैं। जिसमें इस महंगाई में पशुपालन आसान नहीं है, पशुओं को खरीदना, उनके चारे-पानी का इंतजाम करना, रहने की जगह की व्यवस्था करना आदि पर बहुत खर्चा बैठता है। वहीं अगर पशु बीमार हो जाएं, चोरी हो जाएं या मर जाएं तो जान-माल का नुकसान होता है। इसीलिए सरकार और कुछ निजी कंपनियां भी ऐसी योजनाएं चला रही हैं, जिसके जरिए ऐसी स्थिति में पशुपालकों को आर्थिक मदद दी जा सके।

पशु बीमा योजना

पशुपालकों की आर्थिक मदद करने के लिए पशु बीमा योजना चलाई जा रही है जिसके तहत पशुओं का बीमा कराया जाता है। सरकार इस पर सब्सिडी भी देती है। कुछ सरकारी योजनाएं चलाई जा रही है, जबकि कुछ प्राइवेट कंपनियां भी योजनाएं चला रही है। जिससे पशुओं का बीमा किया जाता है।

पशु बीमा योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालक भाई अपने पास के पशु चिकित्सा केंद्र या फिर कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा नेशनल इंश्योरेंस यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस से भी संपर्क कर सकते है। जिसमें बीमा योजना का फिर एक फॉर्म मिलता है उसमें मांगी गई जानकारी को भरना पड़ता है।

यहां पर पशु की फोटो, हेल्थ सर्टिफिकेट और टैग नंबर पशुपालक के पास होना चाहिए। पशुपालक जब बीमा करवाते हैं तो कुछ हिस्सा प्रीमियम पशुपालक को देना पड़ता है और सरकार भी सब्सिडी के रूप में मदद करती है।

यह भी पढ़े-किसानों को फ्री में बासमती धान की 2 वैरायटी के बीज बांटे जा रहे हैं, बस इन दस्तावेजों के साथ विभाग में करें संपर्क

जिस डेरी पशु, सूअर, भेड़-बकरी आदि जानवरों का बीमा करवा सकते हैं। पशु की मृत्यु, चोरी या किसी तरह की बीमारी और दुर्घटना होने पर बीमा का फायदा मिलता है।

प्राकृतिक आपदा से जैसे की बिजली, भारी बारिश आदि से पशुओं की मृत्यु होती है तो बीमा का फायदा दिया जाता है। जिसके लिए दुर्घटना के तुरंत बाद इसकी सूचना देनी पड़ती है। पशु चिकित्सा केंद्र में पशु का निरीक्षण करने के बाद पशुपालकों को मुआवजा दिया जाता है।

मुख्यमंत्री मंगल पशु बीमा योजना

केंद्र सरकार पशु बीमा योजना चला रही है जिसमें 50% सब्सिडी दी जाती है। इसके अलावा विभिन्न राज्य सरकारें भी पशु बीमा योजना चला रही हैं, जिसके लिए किसान अपने राज्य के पशु चिकित्सा विभाग से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा राजस्थान राज्य सरकार मुख्यमंत्री मंगल पशु बीमा योजना चला रही है। इस योजना के तहत गाय और भैंस जैसे दुधारू पशुओं के साथ-साथ बकरी और भेड़ जैसे छोटे पशुओं का भी बीमा कराया जा सकता है।

यह भी पढ़े- हरे चारे की किल्लत को कहें अलविदा, मई-जून में करें इन फसलों की बुवाई, पशुओं के लिए घर पर रहेगा पोषण युक्त चारा

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

Leave a Comment