प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए कृषि मंत्री ने किसानों को देसी गाय खरीदने के लिए ₹30,000 तक की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है-
किसानों के आय में बढ़ोतरी का उद्देश्य
किसानों के आय में वृद्धि करने के लिए केंद्र से लेकर विभिन्न राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। लेकिन अब इसमें किसानों को सेहतभरी खेती करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिससे पर्यावरण प्रदूषण भी नहीं होगा। दरअसल, हम बात कर रहे हैं प्राकृतिक खेती की, प्राकृतिक खेती करके किसान रासायनिक खाद के इस्तेमाल से शरीर पर होने वाले दुष्प्रभाव से बच सकते हैं। पर्यावरण प्रदूषण को रोक सकते हैं, और अपने अनाज की अच्छी कीमत भी ले सकते हैं।
जी हां प्राकृतिक खेती को सरकार प्रोत्साहित कर रही है, और इससे उपजे अनाज की अच्छी कीमत दिलाने का प्रयास कर रही है। आपको बता दे की हरियाणा में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा, किसानों की आय बढ़ाने कृषि को एक लाभकारी व्यवसाय बनाने की बात कही है। इससे प्राकृतिक खेती करने से बंजर जमीन भी उपजाऊ होगी। खेती के साथ-साथ उन्होंने झींगा मछली पालन से भी अच्छी कमाई होने की जानकारी दी है। इस तरह खेती के साथ किसान अगर देसी गाय का पालन करते हैं तो प्राकृतिक खेती में मदद होगी और इससे अधिक आय भी मिलेगी।
एफपीओ से किसानों को होगा फायदा
किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए राज्य सरकार का उद्देश्य है कि उन्हें एफपीओ से जोड़ा जाए। अगर किसान कृषक उत्पादक संगठन से जुड़ेंगे तो उन्हें अपने उपज की अच्छी कीमत मिलेगी। प्राकृतिक खेती करने वाले किसान भी अधिक कमाई कर पाएंगे। इस तरह सरकार ने कृषि यंत्रीकरण, एग्रो टूरिज्म और एफपीओ को किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, और प्राकृतिक खेती से उपजे अनाज को समर्थन मूल्य देने की योजना बनाई जा रही है।
प्राकृतिक खेती करने के लिए देसी गाय पालन करने से किसानों को बड़ी आर्थिक मदद होगी। किसान बाहर से जैविक खाद नहीं खरीदेंगे। बल्कि गाय के गोबर-गोमूत्र से जैविक खाद घर पर तैयार कर लेंगे। जिससे रासायनिक खाद का जो भी खर्चा बैठ रहा है वह बिल्कुल खत्म हो जाएगा। रोग बीमारियां कम फैलेंगी, जिससे अन्य खर्च भी कम होंगे।

गाय खरीदने के लिए ₹30000 आर्थिक मदद
देसी गाय प्राकृतिक खेती के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। इसीलिए सरकार ₹30000 आर्थिक मदद दे रही है। ताकि वह देसी गाय आसानी से खरीद सके। हरियाणा के किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए देसी गाय के लिए ₹25000 प्रोत्साहन राशि मिल रही थी। लेकिन अब इसे बढ़ाकर ₹30000 तक किया जाएगा। जिससे किसानों का ₹5000 अधिक का फायदा होगा।
इसके अलावा सरकार का मानना है कि प्रारंपरिक खेती के अलावा किसानों को भी विधिकृत फसलों को अपनाना चाहिए। इससे भी जमीन उपजाऊ होती है। किसानों को प्राकृतिक खेती सिखाने के लिए हरियाणा के कुरुक्षेत्र में गुरुकुल, सिरसा के जींद, मांगियाना और करनाल के घरौंडा में प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षण केंद्र बनाए जा रहे हैं। जहां पर किसानों को प्राकृतिक खेती करने, अपने उत्पादन की बिक्री करने आदि की जानकारी मिलेगी।