Gobar Dhan Yojana: सरकार की तगड़ी योजना, नहीं पड़ेगी एलपीजी सिलेंडर खरीदने की जरुरत, बायोगैस प्लांट लगाने के लिए सरकार दे रही 37000 रुपयों की बम्पर सब्सिडी

Gobar Dhan Yojana: केंद्र सरकार के द्वारा 1 अक्टूबर 2018 को देश में गोबर धन योजना की शुरुआत की गई थी जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न किया जा सके उसके लिए ग्रामीण क्षेत्र के पशुपालक को और किसानों को बायोगैस प्लांट लगाने के लिए सरकार के द्वारा 37000 की सब्सिडी दी जाएगी। ताकि देश में स्वच्छ ईंधन  उत्पादित करके वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। इसलिए  आज के आर्टिकल में हम आपको गोबर धन  योजना के सभी पहलुओं के बारे में पूरी जानकारी देंगे-:

गोबर धन योजना क्या है(Gobar Dhan Yojana) 

Gobar Dhan Yojana  केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक अनूठी योजना है। जिसके तहत भारत के सभी राज्यों के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले किसान और पशुपालकों को बायोगैस प्लांट लगाने के लिए सरकार के द्वारा 37000 की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा की कमी को पूरी की जा सके। इसके अलावा देशभर में स्वच्छ ईंधन उत्पादित करने के लक्ष्य की पूर्ति के लिए सरकार के द्वारा इस योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के लोग गोबर और जैविक खाद के द्वारा बायोगैस यूनिट स्थापित करेंगे

Gobar Dhan Yojana  के फायदे क्या है

Gobar Dhan Yojana के द्वारा ऊर्जा का निर्माण किया जाएगा जिसके माध्यम से घर का खाना आसानी से बनाया जा सकता है। इसके अलावा इससे खाद का भी निर्माण किया जाएगा। जिसका उपयोग खेतों में उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात है ‘कि इसके द्वारा उत्पादित ऊर्जा वातावरण के बिल्कुल अनुकूल है। इससे किसी प्रकार का वातावरण में प्रदूषण नहीं होता है।

हर राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले गोबर धन योजना का लाभ ले सकते हैं

गोबर धन योजना का लाभ सभी राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध है।  इस योजना का लाभ  किसानों और ग्रामीण उद्यमी  को दिया जाएगा ताकि वह पशु गोबर और कृषि अपशिष्ट पदार्थों को मिलाकर बायोगैस का निर्माण कर सके।

गुजरात में  योजना का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है

भारत सरकार के द्वारा शुरू गोबर धन योजना का अच्छा प्रदर्शन गुजरात में हुआ है जहां पर 97 प्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है जिसके मुताबिक गुजरात में कुल मिलाकर 7600 बायोगैस संयंत्र स्थापित हो चुके हैं और आने वाले दिनों में गुजरात 100% लक्ष्य की पूर्ति  करेगा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में 10,000 अतिरिक्त बायोगैस प्लांट लगाने का लक्ष्य रखा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में और अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

पशुपालकों को योजना का लाभ दिया जाएगा

केंद्र सरकार के द्वारा कहा गया है कि पशुपालकों को भी इस योजना का लाभ पहुंचाया जाएगा इसके लिए उनके पास दो पशुधन होने चाहिए योजना के अंतर्गत एक 2-घन मीटर क्षमता वाले बायोगैस प्लांट लगाने के लिए 42000 का खर्च आएगा जिसमें ₹25000 के सब्सिडी केंद्र और राज्य दोनों के द्वारा दी जाएगी वहीं ₹12000 की राशि मनरेगा के तहत आपको प्रदान की जाएगी जिसमें गड्ढे खोदने और दूसरे प्रकार के आवश्यक कामों के खर्च शामिल किए गए हैं हालांकि केवल पशुपालकों को यहां पर ₹5000 का खर्चा अपनी जेब से उठाना होगा तभी जाकर वह बायोगैस संयंत्र स्थापित कर पाएंगे।

 गोबर धन योजना के लिए आवेदन कैसे करें

  • सबसे पहले आपको संबंधित राज्य के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की आधिकारिक वेबसाइट या पंचायत विभाग की वेबसाइट पर जाना होगा।
  • होम पेज पर पहुंच जाएंगे यहां पर आपको योजना का आवेदन पत्र डाउनलोड करना है।
  • उसके बाद जो भी जानकारी मांगी जाएगी उसका विवरण देंगे।
  • कई प्रकार के आवश्यक डॉक्यूमेंट आवेदन पत्र के साथ अटैच कर  संबंधित विभाग में जमा कर देंगे
  • इसके बाद आपके आवेदन पत्र का वेरीफिकेशन होगा यदि आप योजना में लाभ लेने के पात्र होंगे सरकार के द्वारा आपको बायोगैस प्लांट लगाने के लिए सब्सिडी की राशि दी जाएगी l

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