गेहूं की ये नई उन्नत किस्म बेहतरीन पैदावार के साथ किसान भाइयों को कराएगी 16 लाख का तगड़ा मुनाफा, खरीदनी पड़ जाएगी नोट गिनने की मशीन

गेहूं की ये नई उन्नत किस्म बेहतरीन पैदावार के साथ किसान भाइयों को कराएगी 16 लाख का तगड़ा मुनाफा, खरीदनी पड़ जाएगी नोट गिनने की मशीन

कौन सी है गेहूं की ये नई उन्नत किस्म ?

हम गेहूं की जिस किस्म के बारे में बात कर रहे है, वह DBW -371 गेहूं की किस्म है इस किस्म से बहुत ही अच्छी उपज प्राप्त होती है, इससे लगभग 87.1 क्विंटल उपज प्राप्त की जा सकती है, इसकी औसत उपज 75.1 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, गेहूं की यह किस्म बहुत से क्षेत्रों में अगेती बुआई के लिए बेहतर मानी गयी है इस किस्म को कोटा और उदयपुर को छोड़कर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और अन्य जिलों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है जिससे किसानों को काफी अच्छा मुनाफा कमाने को मिलता है। गेहूं की इस किस्म की बुआई के लिए अक्टूबर से नवंबर का समय उपयुक्त है। जिससे आप भी इसकी खेती करके अपनी आर्थिक स्थिति में काफी अच्छे सुधार ला सकते है।

गेहूं की ये नई उन्नत किस्म बेहतरीन पैदावार के साथ किसान भाइयों को कराएगी 16 लाख का तगड़ा मुनाफा

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खेती करके किसान कमाएंगे तगड़ा मुनाफा

गेहूं की इस किस्म की खेती करने के लिए सिंचाई की अच्छी व्यवस्था होनी जरुरी है, इस किस्म के गेहूं की फसल को लगभग दिन में 5 से 6 सिंचाई की आवश्यकता होती है जिसमें पहली सिंचाई बुआई के 15 से 20 दिन के बाद तथा उसके बाद उपलब्ध नमी के आधार पर 30 से 40 दिनों के अंतराल पर गेहूं की फसल में सिंचाई करना चाहिए, इससे आपकी फसल में काफी अच्छा पैदावार होना शुरू होगा, दोस्तों इस किस्म से जयदा से ज्यादा पैदावार प्राप्त करने के लिए आप 150 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर बीज का इस्तेमाल कर सकते है, साथ ही पंक्तियों के बीच 19 से 20 सेमी की दूरी के साथ बुआई की जानी चाहिए गेहूं की फसल को कई रोगों से बचाने के लिये किसानों को वीटावैक्स 3 से 4 किलोग्राम बीज से उपचारित करना चाहिए, यदि आप इस किस्म की खेती करते है तो आपको कम लागत में काफी तगड़ा मुनाफा कमाने के लिए मेलगा।

गेहूं की ये नई उन्नत किस्म की विशेषताएँ

दोस्तों गेहूं की इस किस्म की औसत उपज 81.2 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पायी गई है जो की HD-2967 एवं HD-3086 से 30.3 प्रतिशत एवं 11.7 प्रतिशत अधिक है। साथ ही किसान भाइयों उत्पादन परीक्षणों के तहत इस किस्म द्वारा 97.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की बंपर पैदावार होती है किस्म पीला, भूरा और काला रतुआ की सभी प्रमुख रोगों के लिए अच्छी प्रतिरोधक मानी गई है।

DBW 303 के दानें में उच्च प्रोटीन मात्रा साथ ही अच्छा चपाती स्कोर, गीला व सूखा ग्लूटन मात्रा, बिस्कुट फैलाव पायी जाती है बेहतर ब्रेड गुणवत्ता के वजह से ये किस्म उत्पादों के लिए बहुत उपयुक्त है, इस किस्म में औसतन 120 दिनों में बालियाँ निकलना शुरू हो जाती है, वहीं यह किस्म 140 दिनों में पककर कटाई के लिए तैयार हो जाती है। पौधों की ऊँचाई 100 सेमी तक होती है और इसके 1200 दानों का वजन लगभग 50 ग्राम होता है।

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नमस्ते, मैं चंचल सौंधिया। मैं 2 साल से खेती-किसानी के विषय में लिख रही हूं। मैं दुनिया भर की खेती से जुड़ी हर तरह की जानकारी आप तक पहुंचाने का काम करती हूं जिससे आपको कुछ लाभ अर्जित हो सके। खेती किसानी की खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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