Gardening Tips: जी हाँ ये शैंपू करेगा लौकी के पेड़ में जादू, बस एक बार करें इस्तेमाल ढेरों लौकियों से लद जाएगी लौकी की बेल…
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बाजार में सब्जियों के रेट आसमान छू रहे हैं जिसके कारण लोगों का बजट करना काफी ज्यादा मुश्किल हो गया है। इसलिए लोग अपने घर पर ही सब्जियों और फलों की बागवानी कर लेते हैं। लेकिन सब्जियों और फलों को उगाना बहुत ही मेहनत का काम है। कई बार इनमें फूल झड़ जाते हैं तो कई बार इन सब्जियों और फलों के पौधों की ग्रोथ अच्छी तरह से नहीं हो पाती है। लेकिन आज हम आपको शैंपू के इस्तेमाल करने के बारे में बताने जा रहे हैं। जी हां, यदि आप अपने लौकी के पौधे में शैंपू का इस्तेमाल करते हैं तो उसे बहुत ही अच्छे रिजल्ट आपको देखने को मिलेंगे। आईये विस्तार से जानते हैं आपको कैसे करना है इसका इस्तेमाल।
कैसे करें शैंपू का इस्तेमाल ?
दोस्तों यदि आप भी अपने लौकी के पौधे में बहुत ही अच्छी पैदावार देखना चाहते हैं और ढेर सारी लौकिया पाना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी चीज के इस्तेमाल के बारे में बता रहे हैं जिससे आप भी अपने लौकी के पौधे में ढेर सारा पैदावार कर सकेंगे। सबसे पहले आपको एक गमले में या छत पर अपना लौकी का पौधा लगाना होगा। फिर आपको इसमें एक फर्टिलाइजर बना कर डालना होगा। इसके लिए आपको एक गोल बर्तन में 1 से 2 लीटर पानी लेना होगा। फिर आपको इसमें एग प्रोटीन क्लिनिक प्लस शैंपू डालना है। इसके बाद आपको इसमें 8 से 10 ग्राम हल्दी डालनी है। उसके बाद आपको इसे अपने गमले में लगा हुआ लौकी के पौधे में डालकर मिट्टी से मिला देना है। इससे आप आसानी से कुछ ही दिनों में ढेर सारी लौकियों का आनंद ले पाएंगे।
क्या-क्या है फायदे ?
दोस्तों लौकी की सब्जी के कई अधिक फायदे होते हैं। लौकी एक बहुत ही अच्छी पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी मानी जाती है। इसके सेवन से लोग अपनी बड़ी से बड़ी तरह-तरह की बीमारियों से छुटकारा पा लेते हैं। लौकी में कई अधिक भरपूर प्रोटीन पाया जाता है जो कि आपका स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। लौकी से आप की आंखों की रोशनी बढ़ती है। साथ ही लौकी वजन नियंत्रित करने में काफी अच्छी मानी जाती है। डायबिटीज के मरीजों को लौकी का सेवन करना बहुत ही ज्यादा अच्छा माना जाता है। इससे उनकी यह बीमारी तुरंत ही दूर हो जाती है। लौकी का सेवन कई तरह से किया जाता है जैसे लौकी की सब्जी बनाकर, लौकी के पराठे , हलवा और लौकी का सूप बनाकर भी इसका सेवन किया जाता है।