Fertilizer Subsidy: रबी फसलों की खेती से पहले डालें ये खाद, होगी बंपर पैदावार, सरकार दे रही सब्सिडी, क्षारीय मिट्टी को बनाएं उपजाऊ।
रबी फसलों की खेती से पहले डालें ये खाद
किसान अब धान की कटाई के बाद गेंहू जैसी रबी फसलों की खेती करेंगे। जिसमें अधिक पैदावार लेने के लिए खेत की मिट्टी को उपजाऊ करना चाहिए। जिसके लिए खाद खरीदने में सरकार आर्थिक मदद कर रही है। ताकि किसानों को कम रेट में खाद मिले। दरअसल हम बात कर रहे है जिप्सम खाद की। इस खाद से किसान भूमि को उपजाऊ बनाकर अधिक उपज ले सकते है।
जिप्सम खाद में करीब 16 से 19% कैल्शियम और 13 से 16% तक सल्फर रहता है। तभी तो यह खाद क्षारीय भूमि के सुधार में काम आती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व उपयोगी होती है। किसानों इससे अधिक उपज मिलती है। चलिए जानते है इसका इस्तेमाल कैसे करें और सब्सिडी किसे कितनी मिल रही है।
जिप्सम खाद कैसे इस्तेमाल करें
जिप्सम खाद खाद का इस्तेमाल किसान आसानी से कर सकते है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान भी रखना है। तो नीचे लिखे बिन्दुओ के अनुसार दोनों चीजों के बारें में जानिये।
- खेत तैयार करते समय जिप्सम खाद का इस्तेमाल करना है। जिसके लिए पहले दो से तीन बार खेत की गहरी जुताई करें। फिर पाटा लगाना है। उसके बाद जिप्सम का भुरकाव करें। फिर एक हल्की जुताई करने के बाद जिप्सम को मिट्टी में मिलाना है। इससे बढ़िया से खाद मिट्टी में मिलेगी।
- यहाँ पर यह देखना है कि खेत में डालने से पहले जिप्सम को ज्यादा नमी वाले स्थान पर नहीं रखना बल्की जमीन से थोड़ी ऊपर जगह पर रख सकते है। आज बेहतर होगा।
- जिप्सम के इस्तेमाल से किसानों को फायदा होगा यह निश्चित करने के लिए पहले मिट्टी का परिक्षण करा लीजिये। फिर जितनी जरूरत हो उसके हिसाब से जिप्सम डालिये।
साथ ही जिप्सम खाद को छोटे बच्चों से दूर रखना चाहिए। उन्हें इससे खतरा है।
जिप्सम खाद पर मिलने वाली सब्सिडी
जिप्सम खाद का इस्तेमाल किसान कम खर्चे में कर सके इसी लिए सरकार सब्सिडी दे रही है। यह सब्सिडी राज्य सरकार दे रही है। दरअसल राजस्थान में 2024-25 में रज्य के करीब 20 हजार किसानों को क्षारीय भूमि सुधार एवं पोषक तत्व के रूप में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन दलहन एवं गेहूं के तहत दलहनी और गेहूं की फसलों में उपयोग के लिए जिप्सम खाद सब्सिडी पर दी जा रही है। ताकि वह इस खाद को खेतों में जरूर डालें।
जिसमें कृषि विभाग दौसा के अनुसार अधिकतम 0.5 हैक्टेयर क्षेत्र के लिए किसानों यह खाद सब्सिडी पर मिलेगी। यहाँ पर जरूरत के अनुसार अधिकतम 1.50 मैट्रिक टन जिप्सम आएगी। जिसमें मिलने वाले अनुदान की बात करें तो राष्ट्रीय खाद्य मिशन के द्वारा दलहन फसलों में जिप्सम करीब 250 किलोग्राम एक हैक्टेयर के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। यानि की 750 रुपए एक हैक्टेयर पर मिलेगा। जिसमें किसान 2 हैक्टेयर तक अनुदान लेने के लिए आवेदन कर सकते है। चलिए जानते है कैसे।
ऐसे करें आवेदन
किसान अगर जिप्सम खाद पर अनुदान प्राप्त करना चाहते है तो नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिये कैसे करना है आवेदन।
- किसान आवेदन के लिए ‘राज किसान साथी- सुविधा पोर्टल’ / ऐप पर जा सकते है। यहां पर उन्हें जनआधार नंबर से लॉगिन करना होगा फिर एप से खाद की मांग बता सकते है।
- लेकिन इसके लिए मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला से मिली जिप्सम मांग रिपोर्ट होनी चाहिए, जो 6 महीने से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। नहीं मान्य नहीं होगी।
इस तरह किसानों को यह लाभ मिल जाएगा। लेकिन एक अगर आप चाहे तो अपने पास के कृषि विभाग में संपर्क कर सकते हैं। वहां अपने शब्दों में जानकारी ले सकते है।