इस लेख में केले के पेड़ में ज्यादा फल लेने के लिए क्या करना है इसके बारे में जानकारी दी गई है। जिसमें आपको केले के लिए बेहतरीन मिट्टी, खाद के बारे में बताया जाएगा।
केले का पेड़
केला सेहत के लिए फायदेमंद है। इसलिए लोग घर पर ही केला लगाना चाहते हैं। कुछ लोगों ने घर पर लगाया भी होगा और आपको बता दे की गमले में भी केले का पेड़ लगा लेते हैं। जिससे वह बिना रासायनिक खाद का इस्तेमाल किए हुए सेहत के लिए फायदेमंद केला उगाते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपके घर पर लगे केले के पेड़ में ज्यादा फल है तो चलिए आपको बताते हैं इसके लिए बढ़िया मिट्टी क्या होती है। ताकि जिन लोगों ने अभी तक नहीं लगाया वह बढ़िया मिट्टी में लगा सके।
केला के लिए मिट्टी
केला के पेड़ के लिए बढ़िया दोमट उपजाऊ मिट्टी चयन करें। जिसमें जल निकासी बढ़िया से हो। केला की अगर खेती करना चाहते हैं तो मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए। गमले में केला लगा रहे तो उसके लिए 50% बगीचे की मिट्टी में 25% रेत, 25% खाद और नीम की खली मिलाएं। खाद में आप गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट खाद ले सकते हैं।

केले के पेड़ के लिए खाद
अब हम बात करते हैं कि पेड़ लगाने के बाद समय-समय पर हमें कौन सी खाद देनी चाहिए तो आपको बता दे की केले के पेड़ के लिए जैविक खाद बढ़िया होती है। जैसे कि गोबर की पुरानी खाद, वर्मी कंपोस्ट, इसके साथ ही आपको बता दे की नाइट्रोजन और पोटेशियम से भरपूर खाद केले के लिए बहुत अच्छी होती है। केला लगाने के 2 महीने बाद नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश युक्त खाद देनी चाहिए। फिर 3 महीने बाद नाइट्रोजन वाली खाद देने से बढ़िया फल पौधे में आते हैं।
केले का पौधा लगा रहे तो आपको समय-समय पर उसकी देखभाल करते रहना चाहिए। कोई एक पत्ती सूख गई है या पीली पड़ रही है तो उसे काट दे। ताकि पौधा अपना पूरा पोषण उसे ठीक करने में ना लगाए। पौधे में जब फल आने लगे तो आपको उसे सहारा देना है। ताकि वह गिर ना जाए। क्योंकि केले का पेड़ नाजुक होता है और उसमें भारी फल जब लग जाता है तो उसे सहारे की जरूरत होती है, नहीं तो कभी-कभी आंधी-तूफान के कारण फल नीचे गिर जाता है।