मछली पालकों के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार ने बड़ा ही अच्छा निर्णय लिया है। जिससे मछली पालन को अब कम लागत में अधिक कमाई करने का मौका मिलेगा।
मछली पालकों को किसान का दर्जा
मछली पालन कमाई का एक अच्छा विकल्प है। इस व्यवसाय में कई लोग अच्छा मुनाफा भी कमा रहे है। कुछ जगहों में मछली पालन का व्यवसाय ज्यादा किया जाता है। जिससे यह भी खेती की तरह ही आय का एक अच्छा जरिया है। जिसमें महाराष्ट्र को ही देखें तो वहां पर सालों से लोग मछली पालन करते आ रहे हैं, खेती की तरह ही मछली पालन भी पारंपरिक तौर पर लोग कर रहे हैं। इसीलिए प्रदेश के मछली पालन मंत्री नितेश राणे ने मछली पालकों को किसान का दर्जा देने का ऐलान किया है।
महाराष्ट्र कैबिनेट में बीते दिन 22 अप्रैल 2025 को मछली पालन के क्षेत्र को खेती का दर्जा मिल गया है। इस तरह आप देख सकते हैं यह एक ऐतिहासिक और क्रांतिकारी निर्णय है। जिससे मछली पालकों को कई फायदे होने वाले हैं। चलिए जानते हैं किस तरह किसान के जैसे इनको क्या-क्या फायदा मिलेगा।

मछुआरों को मिलेंगे अब यह फायदे
किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए केंद्र से लेकर विभिन्न राज्य सरकारी भी कई तरह की योजनाएं चला रही है। जिससे उनकी आर्थिक मदद की जाती है। खाद-बीज-पानी, बिजली, कृषि यंत्र सब्सिडी पर दिए जाते हैं। इस तरह मछली पालन को भी बढ़ावा देने के लिए सरकार उनकी आर्थिक मदद करेगी। मछली का बीज, चारा और मछली पालन से जुड़ी मशीनों पर सरकार सब्सिडी देगी। जिससे अब मछली पालन में लागत कम आएगी, कमाई अधिक होगी, इतना ही नहीं मछुआरों को और भी फायदे होंगे तो चलिए उसके बारे में जानते हैं।
सब्सिडी के साथ मुआवजा और लोन भी मिलेगा
जैसा कि हमने जाना मछली के बीज, चारा और मशीनों पर सब्सिडी मिलेगी। लेकिन इसके साथ-साथ उन्हें सस्ते दरों पर लोन भी प्राप्त होगा। अगर मछली पालन का व्यवसाय बढ़ाना चाहते हैं, ज्यादा खाना खर्चा करना चाहते हैं, तो सस्ते दरो पर लोन भी किसानों की तरह प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा जिस तरह किसानों को प्राकृतिक आपदा के कारण मुआवजा मिलता है, इस तरह मछली पालक को भी नुकसान होने पर सरकार से मुआवजा मिलेगा।