विश्व के हाई प्रोटीन वाले चावल की खेती से किसान हो जाएंगे मालामाल, प्रोटीन के मामले में धान की इस वैरायटी ने किया अंडे को भी फेल, जाने क्या है खासियत।
धान की इस वैरायटी ने किया अंडे को भी फेल
चावल की इस वैरायटी में बहुत ज्यादा प्रोटीन की मात्रा पायी जाती है धान की इस किस्म के सामने दुनिया भर के महंगे-महंगे प्रोटीन पाउडर भी फेल हो जाते है। ये दुनिया और भारत की सबसे ज़्यादा प्रोटीन वाली धान की किस्म है। धान की इस किस्म को राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र कटक ने साल 2016 में विकसित किया था। इस चावल में प्रोटीन समेत जिंक, फाइबर और आयरन जैसे अनगिनत पौष्टिक तत्वों के गुणों का भरपूर भंडार मौजूद होता है जो सेहत के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होते है। इसकी खेती से किसानों की जबरदस्त कमाई होती है। धान की खेती करने वाले किसानों के लिए धान की ये वैरायटी बहुत लाभ की होती है। हम बात कर रहे है धान की CR310 किस्म की खेती की तो चलिए जानते है इसकी खेती के बारे में कैसे होती है।
धान की CR310 किस्म की खेती
धान की CR310 किस्म की खेती बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है इसकी खेती के लिए खेत की मिट्टी में नमी बनाए रखनी चाहिए। इसकी बुवाई के लिए इस किस्म के बीजों का ही चुनाव करना चाहिए। इसके बीज बजार में आपको बीज भंडार में आसानी से मिल जाएंगे। इसकी खेती में जैविक खाद का ही इस्तेमाल करना चाहिए जिससे फसल में कीड़े नहीं लगें और फसल सुरक्षित रहे। पौधे की लंबाई-ऊंचाई करीब 95 से 110 सेंटीमीटर की होती है। इसकी खासियत ये है की इसकी फसल बुवाई के बाद करीब 110 से 120 दिन में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी पैदावार
अगर आप धान की इस वैरायटी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत शानदार पैदावार देखने को मिलेगी। एक एकड़ में धान की CR310 किस्म की खेती करने से करीब 50 से 55 क्विंटल तक की पैदावार मिल सकती है। इस किस्म के चावल की डिमांड बाजार में बहुत ज्यादा अधिक होती है क्योकि इसमें हाई प्रोटीन पाया जाता है जो अन्य चावल की किस्मों के मुकाबले बहुत ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है। धान की CR310 किस्म की खेती किसानों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है।