इस लेख में हम आपको एक ऐसे किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसके पास खुद की जमीन भी नहीं थी, लेकिन फिर भी आज वो लाखों का मुनाफा कमा रहे है.
किसान की सफलता की कहानी
नमस्कार किसान भाइयों, आज हम फिर आपके बीच एक किसान की सफलता की कहानी लेकर आए हैं ताकि आप भी उनसे कुछ सीख सकें और प्रेरित हो सकें। जिनका नाम फुलेंद्र मालाकार है और वो गया जिले के रहने वाले हैं, गया बिहार में है। आपको बता दें कि वो फूलों की खेती करते हैं और उनके पास सालों का अनुभव है, जिसके बारे में हम आपको यहां पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि शुरुआत में वो घूम-घूम कर फूल बेचा करते थे, वो दूसरों से फूल खरीद कर बेंचते थे, जैसे ही उन्होंने देखा कि फूलों की मांग ज्यादा है तो लोग भी उन्हें सलाह देने लगे कि खेती क्यों नहीं करते, ऐसे में उन्होंने लीज पर जमीन लेकर खेती शुरू की।
आज वो अच्छी कमाई कर रहे हैं, तीन बीघा जमीन से एक किसान एक सीजन में 3 लाख कमाते है और दो सीजन में आसानी से 5 लाख कमा लेता है, यानी वह 2 लाख प्रति बीघा कमा रहे तो चलिए कम शब्दों में सब कुछ समझते हैं।
फूलों की खेती से कमाई
आजकल कई किसान विभिन्न फूलों की खेती करते हैं. जिसमें यह किसान गेंदा की खेती करते हैं, किस्म की बात करें तो वो लाल, पीले और मोगरा गेंदा जैसे कई किस्म के उगाते हैं, जो अच्छे दामों पर बिकते हैं. शादी-ब्याह, राजनीतिक कार्यक्रमों और मंदिरों में गेंदे की मांग रहती है. अगर कोई गया जिले से है, तो आपको पता होगा कि यहां विष्णुपद मंदिर, मंगला गौरी मंदिर और महाबोधि मंदिर है, जहां हर दिन कई क्विंटल फूलों की मांग रहती है, तो फूल की खेती में फायदे में है।

कितने बीघा में करते खेती
गेंदा फूल की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं, इसीलिए वो जमीन लीज पर लेकर खेती करते हैं. किसान बताते हैं कि वह तीन बीघा जमीन लीज पर लेकर खेती करते हैं और इससे उन्हें इतनी कमाई होती है कि वह अपने परिवार का पालन पोषण ठीक से कर पा रहे हैं, बच्चों को पढ़ा पा रहे हैं और उन्हें सरकारी नौकरी लगवा रहे हैं। वह बताते हैं कि इस समय फूल ₹500 प्रति कुड़ी जा रहा है, सामान्य सीजन में भी ₹200 प्रति कुड़ी खर्च हो जाता है। किसान का खेत नदी के किनारे है, जमीन इसकी खेती के लिए उपयुक्त है।
किसान कम लागत में गेंदा फूल की खेती शुरू कर सकते हैं और मिट्टी भी उपजाऊ है। गेंदा की फसल साल में कई बार ली जा सकती है, जिसमें वह दो सीजन में खेती करते हैं, यानी साल भर गेंदा फूल की मांग रहती है, साथ ही इसकी पत्तियां भी औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं।