मछली पालकर सालाना 9 से 10 लाख रु कमा रहा किसान, जानिए कौन-सी मछली का कैसे किया पालन। जिससे मछली पालन की हो पूरी जानकारी।
मछली पालन
मछली पालन करके कई ऐसे किसान है जो अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं। साथ ही लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। लेकिन मछली पालन में आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए। जिसमें किसान वह मछली पाले जिसकी डिमांड बाजार में ज्यादा है। तो आज हम एक ऐसे किसान के बारे में जानने वाले हैं जिन्हें मछली पालन में सफलता मिली है तो बाराबंकी के किसान अमित श्रीवास्तव के अनुसार ही हम जानेंगे की मछली की देखभाल कैसे करनी चाहिए। मछली के लिए सरकार कौन-सी योजनाएं चला रही है। साथ ही मछली पालन में कौन-सी मछली से उन्हें मुनाफा हो रहा है।
मछली पालन कैसे करना है
मछली पालन कैसे करना है इसके बारे में पूरी जानकारी होने के बाद ही किसानों को मछली पालन करना चाहिए। जिसमें आपको बता दे की मछलियों की सही से देखभाल करने के लिए हमें उनकी सेहत का भी ध्यान रखना चाहिए। जिसमें मछलियों को फफूंद का रोग ना लगे उसके लिए हर महीने 7 से 8 दिन उनके खाने के साथ में 5 से 10 किलोग्राम नमक मिलाकर उन्हें देना दे सकते है।। इससे फफूंद की समस्या नहीं आती।
इसके अलावा 15 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से 15 दिनों के अंतराल में पानी में चूना मिला कर दे सकते है। साथ ही किसान का कहना है की मछलियों को किसी तरह का कोई संक्रमण न फैले उसके लिए आपको प्रति एकड़ के हिसाब से 400 ग्राम पोटाशियम परमेंगनेट या फिर 500 मिलीग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से वाटर सैनिटाइजर भी डाल सकते हैं। इससे भी उन्हें फायदा होगा।
लेकिन अगर किसान देख रहे हैं कि उनके तालाब का पानी बहुत ज्यादा हरा हो चुका है तो ऐसे में चुना या फिर किसी तरह के रासायनिक खाद का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और इस समस्या में वह 800 ग्राम कॉपर सल्फेट पानी में मिलाकर डाल सकते है। इससे उन्हें फायदा होगा। इस तरह किसानों को मछलियों की सेहत की पूरी देखभाल करनी चाहिए। नहीं तो मछलियां जल्दी ही खत्म हो सकती हैं। साथ ही उनके दाने का भी ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि बाजार में कई ऐसी कंपनियां है जो कि अच्छा दाना नहीं देती है। जो की मछलियों की सेहत के लिए हानिकारक होता है।
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मछली पालन के लिए सरकार की योजनाएं
अब हम बात कर लेते हैं मछली पालन के लिए सरकार कौन-सी योजनाएं चला रही है तो बता दे की सरकार चाहती है कि ज्यादातर लोग अपना खुद का बिजनेस शुरू करें और लोगों को भी रोजगार दे। वही मछली पालन का व्यवसाय जो की लाखों का मुनाफा देता है उसके लिए भी सरकार लोगों को प्रोत्साहित करती है। इसीलिए आर्थिक मदद करने के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के साथ-साथ मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना भी चलाई जा रही है।
साथ ही साथ कई राज्य सरकार है जो अपने प्रदेश के लोगों के लिए मछली पालन के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है तो इन योजना का लाभ लेकर सब्सिडी के साथ तालाब खुदवा सकते हैं। साथ ही मछली पालन भी कर सकते हैं।
कौन-सी मछली के पालन से फायदा है
इसके बाद हम जान लेते हैं कि कौन-सी मछली के पालन से किसानों को ज्यादा फायदा है। तो ऐसी कई तरह की मछली आती है जिनकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है। लेकिन आज हम जिस किसान की बात कर रहे हैं वह बेकरी मछली का ज्यादा पालन करते हैं। जिसके बीज वह कोलकाता से लेते हैं। जिसमें उन्होंने बताया कि हर साल वह 800 से 1000 क्विंटल बेकरी मछली का उत्पादन कर लेते हैं। जिसे वह पास के बाजारों में बेंचते हैं। जिसकी कीमत उन्हें 130 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिलती है।
बता दे कि वह तकरीबन 8 एकड़ के तालाब में मछली पालन कर रहे हैं। जिसमें अभी फिलहाल उनके पास 12 ग्रुपों और 6 प्री नर्सरी के साथ-साथ दो बड़ी नर्सरी भी है। जिसमें वह और भी छोटी मछलियों का पालन करते हैं। लेकिन अधिकांश वह बेकरी मछली का पालन कर रहे हैं। इससे उन्हें ज्यादा फायदा हो रहा है। लेकिन किसानों के पास और भी ऑप्शन है तो वह मछली पालन शुरू करने से पहले अपने आसपास के बाजार का मुआयना कर सकते हैं।