किसान आलू की खुदाई के बाद फरवरी में खेत खाली रखने की बजाय इस फसल की बुआई कर सकते है ये फसल बेहद में लागत में जबरदस्त कमाई कराती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से विस्तार से इस फसल की खेती के बारे में जानते है।
फरवरी में इस फसल की करें बुआई
इस फसल की खेती बेहद मुनाफे वाली साबित होती है इसकी खेती में ज्यादा मेहनत और लागत नहीं लगती है। इस फसल की खेती के लिए सही किस्म का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण काम होता है। अच्छी किस्म न केवल बंपर पैदावार देती है बल्कि रोगों का प्रतिरोधक भी होना चाहिए जिससे उत्पादन जबरदस्त होता है। हम बात कर रहे है मूंग की पूसा वैसाखी किस्म की खेती की ये मूंग की एक उन्नत किस्म है और ये किस्म लंबी फलियों वाली होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप मूंग की पूसा वैसाखी किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। मूंग की पूसा वैसाखी किस्म की खेती के लिए जल निकासी वाली दोमट से रेतली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है इसकी बुआई से पहले बीजों का उपचार करना चाहिए इसकी खेती में जैविक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। इसकी खेती में खरपतवारों का नियंत्रण करना चाहिए बुआई के बाद =मूंग की पूसा वैसाखी किस्म की फसल करीब 60-70 दिनों में तैयार हो जाती है
कितनी होगी कमाई
अगर आप मूंग की पूसा वैसाखी किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई देखने को प्राप्त होगी क्योकि मूंग की इस किस्म की डिमांड बाजार में बहुत अधिक होती है एक हेक्टेयर में मूंग की पूसा वैसाखी किस्म की खेती करने से करीब 10-12 क्विंटल तक पैदावार मिलती है आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई कर सकते है। किसानों के लिए मूंग की पूसा वैसाखी किस्म की खेती बेहद लाभकारी और मुनाफे की साबित होती है।