इस औषधीय फसल की खेती बहुत लाभकारी होती है क्योकि इसकी डिमाडं बाजार में खूब होती है इसका इस्तेमाल कई दवाओं को बनाने में किया जाता है। तो चलिए जानते है कौन सी फसल की खेती है।
फायदे का सौदा है ये फसल की खेती
इस फसल की खेती बहुत फायदेमंद साबित होती है क्योकि इसकी खेती में जंगली जानवरों का खतरा भी नहीं रहता है। इस फसल की खेती में लागत और मेहनत दोनों ही कम लगती है इसकी जड़ों और पत्तियों का इस्तेमाल कई दवाओं और ब्यूटी प्रोडक्ट को बनाने में किया जाता है। आप इसकी फसल की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है अश्वगंधा की खेती की ये एक औषधीय जड़ी बूटी होती है। अश्वगंधा की खेती बहुत अच्छी मानी जाती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।

अश्वगंधा की खेती
अगर आप अश्वगंधा की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी अश्वगंधा की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट या हल्की लाल मिट्टी सबसे अच्छी होती है इसकी खेती के लिए पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए फिर मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है। बुआई के बाद अश्वगंधा की फसल करीब 120 से 130 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप अश्वगंधा की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त आमदनी देखने को मिलेगी। क्योकि अश्वगंधा की डीएमंड बाजार में खूब होती है मार्केट में अश्वगंधा की कीमत करीब 400 से 600 रूपए प्रति किलो तक होती है एक एकड़ में अश्वगंधा की खेती करने से करीब 8 से 10 क्विंटल जड़ें मिलती है आप इसकी खेती से 2 से 3 लाख रूपए से ज्यादा की कमाई आराम से कर सकते है। अश्वगंधा की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है इसलिए इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।