इस फसल की खेती बहुत लाभकारी मानी जाती है क्योकि इसकी खेती में लागत मेहनत और पानी बहुत कम लगता है तो चलिए इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानते है।
पैसे छापने की मशीन है इस अनाज की खेती
बाजरा की ये किस्म की खेती बहुत फायदेमंद होती है क्योकि इसकी डिमांड मार्केट में बहुत देखने को मिलती है इसकी खेती में सबसे खास बात ये है की इसकी खेती में लागत और मेहनत कम आती है और इसकी फसल कम सिंचाई और उच्च तापमान की स्थिति में भी अधिक उपज देती है बाजरा की ये किस्म डाउनी मिल्ड्यू और ब्लास्ट रोग के प्रति प्रतिरोधी होती है आप इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई कर सकते है हम बात कर रहे है बाजरा की पूसा-443 किस्म की खेती की ये बाजरे की एक उन्नत किस्म है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप बाजरे की पूसा-443 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। बाजरा की पूसा-443 किस्म की खेती के लिए पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए फिर मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए इसकी बुवाई के लिए बीज की मात्रा प्रति हेक्टेयर 6-8 किलोग्राम होती है। इसकी खेती में जैविक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए बुवाई के बाद बाजरे की पूसा-443 किस्म की फसल करीब 85 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
कितनी होगी पैदावार
अगर आप बाजरे की पूसा-443 किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त पैदावार देखने को मिलेगी। एक हेक्टेयर में बाजरे की पूसा-443 किस्म की खेती करने से करीब 30 क्विंटल तक पैदावार होती है आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। ये बाजरे की उच्च उपज देने वाली किस्म है।