बरसात में कर लें इस सब्जी की खेती, 60 दिनों में बरसेंगे कड़क नोट कम जमीन में भी होगा बंपर उत्पादन, जाने खेती करने का सही तरीका।
बरसात में कर लें इस सब्जी की खेती
इस सब्जी की खेती को बरसात के दिनों में करने से बहुत ज्यादा फायदा होता है क्योकि बारिश का पानी पौधों के लिए अमृत होता है। इस सब्जी खेती कम लागत में और कम जमीन में भी आसानी से हो जाती है। ये सब्जी सेहत के लिए बहुत लाभकारी साबित होती है जिससे लोग इस सब्जी को खाना बहुत ज्यादा पसंद करते है इसलिए इस सब्जी की बिक्री बाजार में बहुत अधिक देखने को मिलती है। आप इस सब्जी की खेती कर के अच्छा शानदार मुनाफा कमा सकते है। हम बात कर रहे है गिलकी की सब्जी की खेती की तो चलिए जानते है गिलकी की खेती कैसे की जाती है।
कैसे करें खेती
आप गिलकी की खेती करना चाहते है तो आपको सबसे पहले इसकी खेती से सम्बंधित जानकारी पता होनी चाहिए जिससे जब आप इस सब्जी की खेती करेंगे तो आपको कोई परेशानी नहीं होगी। गिलकी की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे ज्यादा अच्छी मानी जाती है मिट्टी का PH मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए। गिलकी की खेती के लिए ज़रूरी होता है कि मिट्टी में अच्छा जल निकास रहे। इसकी खेती बीजों के माध्यम से की जाती है। गिलकी के बीजों को जमीन में 1.5 से 2 सेंटीमीटर गहराई में बोना चाहिए और पौधे से पौधे की दूरी 1 से 1.5 फ़ीट रखनी चाहिए। गिलकी की बेल बहुत फैलती है इसलिए पौधों को रस्सी से बांधने का अच्छा प्रबंध करना चाहिए। इसके पौधों में अच्छी जैविक खाद डालनी चाहिए जिससे पौधों में कीड़े नहीं लगे और फसल का उत्पादन अच्छा हो सके।
कितना होगा मुनाफा
अगर आप गिलकी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत शानदार मुनाफा देखने को मिलेगा क्योकि बाजार में गिलकी बहुत ज्यादा बिकती है। आप इसकी खेती कर के इसे बाजार में अच्छी खासी कीमत में बेच कर हर महीने अच्छा मुनाफा कमा सकते है। आप इसे बाजार में बेच कर महीने में 40 से 45 हजार रूपए आराम से कमा सकते है।
कितनी आएगी लागत
अगर आप गिलकी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती में ज्यादा लागत की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसकी खेती कम जमीन में करीब 8 से 9 रूपए तक की लागत आ सकती है क्योकि इसकी खेती के लिए कुछ चीजों का खर्चा होता है
- बीज का खर्चा
- जैविक खाद का खर्चा
- मजदूर की मजदूरी
- बलुई दोमट मिट्टी