चिंता आम ने दूर की किसान की चिंता, बजा दिया चहु ओर डंका, जानिए कैसे बना और क्या है इसकी खासियत। यह एक नीला आम है, जिसे अंडमान के किसान ने पैदा किया है। चलिए जानते है इसके बारे में सबकुछ।
चिंता आम कैसे विकसित हुआ
आम का सीजन चल रहा है। ऐसे में बाजार में आपको तरह-तरह के आम देखने को मिलते होंगे। इसी कड़ी में एक नीले रंग का आम जिसका नाम ‘चिंता आम’ है। यह बेहद चर्चा का विषय बन गया है। क्योंकि इसे अंडमान के एक किसान ने विकसित किया है। बता दे कि यह आम की नई किस्म है। जिसे चिंता आम नाम दिया गया है।
यह खाने में भी स्वादिष्ट है। आम की यह किस्म मैंगी फेरा इंडिका प्रजाति से जुड़ी हुई है, और इस आम की खेती अगर किसान करते हैं तो इससे उन्हें फायदा होगा। क्योंकि यह देखने में ही आकर्षित लगता है। चलिए जानते हैं किसान अधिकार संरक्षण और पौधों की विविधता में कैसे इसे रजिस्टर किया गया है।
चिंता आम PPVFRA में हुआ रजिस्टर
आम की इस नई वैरायटी की खासियत को देखते हुए इसे पीपीवीएफआरए के अंतर्गत रजिस्टर किया गया है। जो की आम की एक पहली किस्म है। जिसका इसमें रजिस्ट्रेशन हुआ है। यानी कि यह आप बेहद खास है। लेकिन इसका गूदा दूसरे आमों की तरह ही पीले रंग का होता है, और जीनोटाइप के कारण जब यह कच्चा रहता है तो इसका छिलका नीला या फिर बैगनी रंग का रहता है।
जी हां आपको बता दे कि किसान अधिकार संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली और पौधों की विविधता के साथ में इसे रजिस्टर किया गया है। वहीं आईसीएआर पोर्ट ब्लेयर द्वारा भी इस आम के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। जिसमें उन्होंने किसान चिंता हरण विश्वास को इस आम का पूरा श्रेय देते हुए कहा है कि उन्होंने ही चिंता जैसी नई आम की किस्म को विकसित किया है। यहां पर लगे चित्र में आप देख सकते हैं ऐसा ही यह आम सामने से भी दिखता है। चलिए जानते हैं इस आम की खासियत और कौन से इसमें पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।
चिंता आम में पाए जानें वाले तत्व
यह आम सिर्फ देखने में ही सुंदर नहीं है, बल्कि खाने में भी मीठा और रसीला है। यह वजन में भी बढ़िया है। इसका वजन तकरीबन 300 से 400 ग्राम तक है। इसमें फाइबर रहता है। जिससे यह और बढ़िया आम बन जाता है। इसमें कार्बनिक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, कैरोटिनीड, फाइटोकेमिकल और फ्लेवोनॉयड जैसे तत्व अच्छी खासी मात्रा में रहते हैं। यही सब कारण है जो इसे अन्य आमों से अलग बनाते हैं, और इस समय इसका नाम लोगों के जुबान पर छाया हुआ है।