Business Idea: जी हाँ! मशरूम की मटका खेती करके किसान भाई बनेंगे खरबपति, 1 No. फायदों से दिल्ली से पटना तक है फेमस, आईये जानते है इसकी खेती की पूरी प्रोसेस।
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आज के समय लोग नौकरी छोड़कर बिजनेस की ओर काफी ज्यादा आकर्षित हो रहे है जिससे वह अधिक धन कमा सके और अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सके और उन्हें तगड़ा मुनाफा हो सके, नौकरी में समय की झंझट के साथ-साथ पैसों की तंगी का सामना भी लोगों को करना पड़ता है जिस वजह से लोग नौकरी करना बिलकुल बी ज्यादा पसंद नहीं करते है, तो दोस्तों आज इस आर्टिकल के जरिये हम आपको एक ऐसा बिजनेस प्लान बताने जा रहे है जिसे करके आपके कई धन के द्वार खुल जायेगे और आप भी बंपर कमाई कर सकेंगे, आईये विस्तार से जानते है।
मशरूम की मटका खेती की पूरी प्रोसेस
दोस्तों हम बात कर रहे हैं मशरूम की खेती के बारे में मशरूम की खेती तरह-तरह के तरीकों से की जाती है। लेकिन आज हम आपको मशरूम जमीन पर उगने के बारे में नहीं बताने जा रही आपको हम इस बात को बताने जा रहे हैं जिससे आप भी मशरूम की खेती इस तरीके से करते हैं तो आप भी मुनाफा कमा पाएंगे और इससे आपको बहुत ही अच्छा फायदा देखने को भी मिलेगा।
मशरूम की खेती के लिए गेहूं के भूसे को एक बोरी में डालकर रात भर साफ पानी में भिगोया जाता है। फिर भूसे को बाहर निकाल कर ज्यादा पानी निकाल दिया जाता है। जब उसे में 80 से 90 नमी रहती है तो मशरूम बुवाई के लिए तैयार हो जाते हैं। फिर इसकी खेत में अलग-अलग कई तरीकों से बुवाई कर दी जाती है। मशरूम के उत्पादन के लिए मटकों के छेद से रुई और पॉलिथीन को हटाया जाता है।
दिन में मटकों पर 5 से 6 बार पानी का स्प्रे किया जाता है।उसमें उचित नमी बनी रहे 8 से 10 दिनों में जैसे ही कवक जाल फैलने लगता है तो मटकों के छोटे-छोटे छेद से मशरूम की कलियां निकालनी शुरू हो जाती है, मशरूम की कलियों का विकास करने के लिए उसमें रोशनी की बहुत ही आवश्यकता होती है जिससे इसमें प्रतिदिन आपको 6 से 7 घंटे ट्यूब लाइट या बल्ब का प्रकाश देना बहुत जरूरी होगा जिससे कि कमरे में नमी बनी रहे और इसे पर्याप्त रोशनी मिल सके, जिससे आप मशरूम की खेती के करके बहुत ही अच्छी उपजप्राप्त कर सके और बहुत ही अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
बहुत कम समय में होगी बंपर पैदावार
मशरूम की पैदावार भूसे की गुणवत्ता पर बहुत ही ज्यादा निर्भर करती है। भूसा जितना अच्छा होता गुणवत्ता उतनी ही ज्यादा अच्छी होगी। मशरूम के लिए हम अच्छे भूसे का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप मशरूम की तोड़ाई करते हैं तो ध्यान दे की खास को काटकर तुरंत ही आप हटा दें। उसके 3 से 4 घंटे बाद इसे आप पैक करने के लिए छिद्रित पॉलिथीन का इस्तेमाल करें। मशरूम मटके में उगने की प्रक्रिया कम से कम 40 से 50 दिनों तक चलती है। 1 किलो भूसे से लगभग 500 से 900 ग्राम मशरूम प्राप्त कर सकते हैं।
मशरूम को साफ करके मलमल के कपड़े में धूप में या हवादार कमरे में चार से पांच दिनों तक रखना चाहिए जिससे कि मशरूम अच्छी तरह से सुख जाए और इनमें नमी आ जाए यदि आप इस प्रक्रिया से मशरूम की खेती करते हैं तो आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान भी रखना होगा।
इन बातों को रखें ध्यान
मशरूम की खेती मटके में करने के लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान अवश्य ही रखना होगा। पानी छिड़कने का समय बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है। जैसे ही आप मशरूम को तोड़ने लगे तो इसमें पानी जमा नहीं होना चाहिए। वरना आपके मशरूम की खेती पर बहुत ही ज्यादा प्रभाव पड़ सकता है। पानी का स्प्रे हमेशा तोड़ने के बाद ही करें। कमरे की खिड़कियां और दरवाजे की हर दिन 3 से 4 घंटे तक खोल रखें ताकि कार्बन डाइऑक्साइड निकल जाए और ऑक्सीजन मिल सके।
मशरूम की खेती मटके में करने के लिए आप इस बात का अवश्य ही ध्यान रखें की डंठल अगर बड़ा हो तो कमरे में ऑक्सीजन की मात्रा पर्याप्त नहीं है। ऐसे समय खिड़कियों को अधिक समय तक खुला रखना होगा ताकि ऑक्सीजन इन्हें बहुत ही आसानी से पर्याप्त मात्रा में मिल सके। उसमें उचित नमी बनी रहे, 7 से 12 दिनों में जैसे ही कवक जाल फैलने लगता है तो मटकों के छोटे-छोटे छेद से मशरूम की कलियां निकालनी शुरू हो जाती है, जिसके बाद यदि आप इस तरह से मशरूम की खेती करते है तो आप भी बहुत कम समय में तगड़ा मुनाफा कमा लेंगे।