बिना कीटनाशक करें कीटों का सफाया, बन गया कमाल का यंत्र, बैटरी से चलकर करता है काम, जानें इसकी कीमत और कहाँ से खरीदें।
बिना कीटनाशक करें कीटों का सफाया
किसानों को अपनी फसल को कीटों से बचाना पड़ता है। नहीं तो सारी मेहनत पानी में चली जाती है। अगर फसलों को खेतों से सही समय पर नहीं बचाया गया तो वह उपज के साथ-साथ पौधे को भी धीरे-धीरे खा जाते हैं। जिसमें पहाड़ी क्षेत्रों में जो किसान रहते हैं उनके लिए यह समस्या आती है कि वह गिडार कीट से कैसे बचे। यह सफेद रंग का कीट होता है जो की जमीन से निकलता है। यह पर्वतीय क्षेत्र के किसानों जैसे कि उत्तराखंड के किसानों के लिए बहुत ही ज्यादा मुश्किल पैदा करता है। जिससे किसानों को कीटनाशक का इस्तेमाल करना पड़ता है।
कीटनाशक खेत के लिए फसल के लिए उपज के लिए सभी के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक होता है। सेहत को नुकसान पहुंचाता है। इसीलिए आज हम आपको एक ऐसा यंत्र बताने जा रहे हैं जिससे आप बिना कीटनाशक की मदद से कीटों से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं।
किसान कीटनाशक का इस्तेमाल कम करें
कीटनाशक की दवाइयां इस्तेमाल करना नुकसान से भरा हुआ है। इसीलिए अब धीरे-धीरे कीटनाशक का इस्तेमाल कम हो रहा है। सरकार भी किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित कर रही है। आपको बता दे कि कई देशों में अब कीटनाशक बैन किया जा रहा है। यानी कि अपने देश में भी ऐसा हो सकता है। इसीलिए किसानों को पहले से ही ऐसी चीजों के बारे में सोचना चाहिए। जिससे वह कीटों से निपट सके तो चलिए इस यंत्र का नाम, कीमत और यह भी बताते हैं कि यह आप कहां से खरीद सकते हैं।
यंत्र का नाम और कीमत
कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को कीटनाशक से छुटकारा प्राप्त करने के लिए कीटों का नाश करने वाला एक यंत्र बना दिया है। इस यंत्र को आप लाइव ट्रैप भी कह सकते हैं। इसकी कीमत की बात करें तो 1000 से 1400 के बीच में मिल जाता है। वीएल लाइव ट्रैप कमाल का कृषि यंत्र है। इसमें एक बल्ब लगा रहता है। यह बैटरी की मदद से भी चलता है। रात के समय रोशनी से कीट इसकी तरफ आकर्षित होते हैं और नीचे पानी में इनका इंतजाम रहता है कि इनका सफाया कैसे होगा। तो जैसे ही कीट लाइव ट्रैप तक पहुंचते हैं, वह खत्म हो जाते हैं। इस तरह यहां पर ना फसलों को नुकसान होता है और ना ही किसान को कुछ करना पड़ता है।
बस इस मशीन को खेतों में लगा देते हैं। इस मशीन के बारे में जानकारी विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा के विशेषज्ञ द्वारा दी गई है। इसे खरीदने के लिए उत्तराखंड के जो पर्वतीय क्षेत्र के किसान है 1800 1802 311 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। यहां पर उन्हें इसके बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी और कैसे खरीद सकते हैं यह भी जान सकते हैं धन्यवाद।