बरबटी की उन्नत किस्में लगाएं तगड़ी पैदावार पाएं

बरबटी की खेती करके किसान कम लागत में अधिक कमाई कर सकते हैं। तो चलिए इस लेख में हम जानते हैं कि बरबटी की उन्नत किस्म कौन सी है, बरबटी की खेती कब करें और बरबटी की सब्जी के फायदे क्या है यानी की बरबटी की खेती के बारे में संपूर्ण जानकारी-

बरबटी की उन्नत किस्में

बरबटी की खेती किसान कर रहे हैं तो उन्हें उन्नत किस्म का चुनाव करना चाहिए। इसके साथ ही साथ अपने मंडी की डिमांड का भी ध्यान रखना चाहिए कि आपके पास की मंडी में किस बरबटी की ज्यादा डिमांड है। क्योंकि बरबटी कुछ छोटी होती है तो कुछ लंबी आकार की होती है। उनके रंग में भी बदलाव होता है। साथ ही स्वाद भी अलग होता है। तो अलग-अलग राज्य और शहरों में अलग-अलग प्रकार की बरबटी पसंद की जाती है तो इसके लिए आपको अपने मंडी में जानकारी लेनी चाहिए। लेकिन यहां पर हम आपको कुछ बढ़िया बरबटी की किस्म की जानकारी देंगे। जिससे कुछ किसान लगाकर अच्छी पैदावार ले रहे हैं।

  • CHAI IAI YAO- यह बरबटी की बढ़िया किस्म है जो की 60 से 70 सेंटीमीटर लंबी बरबटी देती है। 40 से 45 दिन में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी खेती किसान दिसंबर और जनवरी के महीने में कर सकते हैं और इससे बढ़िया पैदावार भी किसानों को मिलेगी।
  • अक्षय सीड्स की सुभद्रा भी बरबटी की वैरायटी है। इसका आकार मीडियम होता है, जिससे इसकी ज्यादा डिमांड रहती है। ग्राहक इसे अधिक पसंद करते हैं। लंबाई 55 से 60 सेमी होती है। 45 से 55 दिन के लिए तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। अगर बढ़िया से इसकी देखभाल किसान करते हैं तो 25 तुड़ाई इससे प्राप्त कर सकते हैं। गर्मी बरसात में इस बरबटी के वैरायटी को लगाकर अच्छी पैदावार किसान प्राप्त कर सकते हैं।
  • Unisem किरण भी अच्छी वैरायटी है। 70 से 80 सेंटीमीटर इसकी लंबाई होती है। यानी की बहुत लंबी यह बरबटी होती है। इसका रंग गहरा हरा होता है। गर्मी-बरसात में इसे भी किसान लगा लेते है। 50 से 55 दिन में तैयार होती है। यानी कि इसे तैयार होने में सबसे अधिक समय लगता है और इसकी लंबाई भी सबसे अधिक है।
  • इसके आलावा अंकुर गोमती, बंदर काशी कंचन, सिंजेन्टा YB7 और अंकुर केतकी भी बढ़िया किस्म है।

बरबटी की खेती कब करें

बरबटी की खेती किसान लगभग सभी मौसम में कर सकते हैं। लेकिन अधिक मुनाफा लेना है तो मंडी में जानकारी ले, किस मौसम में सबसे अधिक कीमत मिलती है। जिसमें आपको नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार बरबटी की खेती के लिए अच्छा समय क्या है उसके बारे में जाने-

  • गर्मी के लिए अगर बरबटी की खेती करना चाहते हैं तो फरवरी में लगा सकते हैं। यानी कि इस समय पर बरबटी की खेती कर सकते हैं।
  • इसके अलावा बरसात के लिए किसान जून या अगस्त में बरबटी की खेती करें।
  • ठंड में यानी कि सर्दियों के लिए बरबटी की खेती करना चाहते हैं तो सितंबर में खेती करें। अक्टूबर तक भी बुवाई कर सकते हैं।

बरबटी की फसल करीब 45 दिन में तैयार हो जाती है। लेकिन अलग-अलग किस्म को लगने वाला समय भी निर्धारित करता है। जिसमें कुछ ऐसी किस्म है जो 55 दिन में तैयार होती हैं और कुछ 40 दिन में भी तैयार हो जाती है।

बरबटी की सब्जी के फायदे

बरबटी की सब्जी सेहत के लिए फायदेमंद होती है। इसका सेवन करने से शरीर को अनेकों फायदे होते हैं। आपको बता दे की बरबटी में विटामिन ए, सी अच्छी मात्रा में होता है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन और फाइबर भी होता है, जिससे पाचन तंत्र बेहतर होता है। बरबटी खाने से कई तरह की बीमारियां और संक्रमण से शरीर बचा रहता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में होते हैं।

जिन लोगों को दिल की बीमारी होती है वह भी इसका सेवन करें। इससे उन्हें फायदा होगा। इसमें कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता होती है। बरबटी पोटेशियम और मैग्नीशियम का भी एक अच्छा स्रोत है। जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियां शरीर से दूर रहती हैं। बरबटी की खेती करने का एक फायदा यह भी है कि इसे अगर खेतों में लगाते हैं तो जमीन भी उपजाऊ होती है।

बरबटी की खेती में लागत और कमाई

बिहार के कुछ किसानों से मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे की बरबटी की खेती में उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है। किसान नरेश महतो जो की 6 कट्ठा जमीन में बरबटी की खेती करते हैं, वह बताते हैं कि इससे उन्हें फायदा हो रहा है। बरबटी/बीन्स जिसे बोरो भी कहा जाता है, वह बताते हैं कि एक कट्ठा जमीन में उन्हें 1000 के लागत इसमें आती है और 6 कट्टा में 6000 . एक कट्ठा की जमीन से उन्हें 50 किलो के लगभग उत्पादन मिलता है। जिसमें 6 कट्ठा की बात करें तो 3 क्विंटल, जो की बढ़िया है।

इस तरह उन्हें ₹2000 क्विंटल के हिसाब से इसकी कीमत मिलती है। किसान बताते हैं एक महीने में उन्हें 6 कट्ठा जमीन से 45 क्विंटल तक उत्पादन मिल जाता है। जिससे ₹90000 तक कमाई हो जाती है। इस तरह किसान अपनी मंडी में क्विंटल के अनुसार कीमत पता कर सकते हैं तो उन्हें पता चल जाएगा कि इससे उन्हें कितना फायदा हो रहा है। किसान अगर जैविक खेती करते हैं तो लागत कम आती है।

यह भी पढ़े- बिना मेहनत फटाफट होगी लहसुन की बुवाई, यह देसी जुगाड़ है जबरदस्त, Video में देखें इसे बनाने का तरीका

बरबटी के बीज

बरबटी के बीज सेहत के लिए फायदेमंद होते है। बरबटी के दानों को दाल या फिर चाट बनाकर खाया जाता है और नरम फलियों को सब्जी के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। बरबटी को लोबिया के नाम से जानते हैं जिसमें सेहत के कई फायदे छुपे होते हैं। प्रोटीन का यह अच्छा स्रोत है। बरबटी की खेती करना चाहते हैं तो इसके बीज ऑनलाइन मंगा सकते हैं और किसानों से संपर्क करके भी ले सकते हैं। बरबटी के बीजों को बोने से पहले किसान उसका उपचार कर ले।

जिसमें बरबटी दो प्रकार की होती है एक पोल टाइप बरबटी दूसरी बुस टाइप बरबटी। जिसमें पोल टाइप बरबटी की खेती करते हैं किसान तो उसको सहारे की जरूरत पड़ती है। अगर वह बुस टाइप बरबटी लगा रहे हैं तो वह छोटी होती है जिस पेड़ वाली बरबटी भी कहते हैं।

नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।

यह भी पढ़े-फूल न आने, फूल झड़ने, बैगन का आकार छोटा होने की समस्या है तो 2 मुठ्ठी ये खाद डालें, 20 दिन में बैगन से भर जाएगा पौधा

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

Leave a Comment