बहराइच के किसान ने घर में उगाई 7 फीट की लम्बी लौकी, मिलेनियम फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड से सम्मानित, दूर दूर से देखने आतें है लौकी। अपने कभी 7 फीट लौकी देखी है हैरान हो गए ? उनके खेत में एक पेड़ से 7 फीट की देशी लौकी भी देखने को मिलती है। उनके आस पास के ही नहीं बल्कि अलग अलग जिलों के भी किसान देखने आते है लोगो के लिए लौकी आकर्षक का केंद्र है।
बहराइच के किसान ने घर में उगाई 7 फीट की लम्बी लौकी
एक किसान ने 7 फीट की लौकी उगाई है। जिसकी चर्चा चारों ओर हो रही है और कलेक्टर ने भी उन्हें सम्मानित किया है। आमतौर पर लौकी 1 से 1.5 फीट की होती है, लेकिन 7 फीट की लौकी देखकर हर कोई हैरान रह गया। यह कारनामा बहराइच के किसान जियाउल हक ने किया है, जो एक किसान परिवार से आते हैं। जियाउल हक के दादा-परदादा भी खेती करते थे। जियाउल हक के परिवार में पिछले कई पीढ़ियों से खेती हो रही है। पिछले 15 सालों से खेती करते आ रहे।
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जियाउल हक ने ऐसे की लौकी की रखवाली
जियाउल हक खेती के साथ-साथ बकरी, मछली, गाय आदि का पालन भी करते हैं। जिससे खेत में खरपतवार कम होता हैं और मिट्टी में नमी भी बनी रहती है। इस पानी की बर्बादी कम होती है और पौधों को भी जरूरत भर का पानी मिलता रहता है। इसका एक और फायदा यह है कि इसमें पानी लगाने के लिए ज्यादा मजदूरों की जरूरत नहीं पड़ती जिससे पैसे की भी बचत हो जाती है।फसलों की रखवाली के लिए अपने खेत के चारों ओर तार से घेरे हैं। इस तरह से उन्हें रखवाली की चिंता नहीं रहती है। उन्होंने बताया कि तार की वजह से जानवर खेतों में नहीं घुस पाते।
लौकी का बीज
उन्होंने बताया कि यह लौकी आचार्य नरेंद्र किसी विश्वविद्यालय अयोध्या की प्रजाति है। इसके बीज उन्हें ट्रायल के लिए कृषि विज्ञान केंद्र से दिया गया था। किसी इंजेक्शन का इस्तेमाल नहीं करते हैं बल्कि पौधा निकलते ही उसमें गोबर पानी डालने लगते हैं। ये 2-3 फीट होने पर खाई जा सकती है लेकिन इनकी हाइट 7 फीट तक जाती है। एक पेड़ में 40 लौकी उगती है।
कलेक्टर और सीडीओ ने जियाउल हक को किया सम्मानित
किसान द्वारा उगाई गई इस लौकी को देखकर हर कोई हैरान रह गया। जब बहराइच के जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को इस बात की खबर मिली, तो वो भी 7 फीट की लौकी देखकर आश्चर्यचकित रह गए। जियाउल हक मिलेनियम फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड से सम्मानित किया गया है। जियाउल हक को खेती से अच्छा मुनाफा होता है।