Cow farming: गाय की इस नस्ल का पालन कर होगी बंपर कमाई की भर जायेगा आपका Bank अकाउंट, आइये जानते है इस नस्ल के बारे में
Cow Farming
भारत जैसे देश में बहुत लोग खेती-किसानी के साथ पशुपालन भी करते हैं जिससे की उनको ज्यादा से ज्यादा हो सके. आज कल गाय-भैंस का पालन तो सभी करते है लेकिन कुछ लोग मुर्गी का पालन, बकरी पालन, बतक पालन भी करते है जिससे की अधिक मुनाफा होता है तो आज हम इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं गाय की खास नस्ल के बारे में जिसका पालन कर आपकी कमाई होने वाली है।
दोस्तों हम बात कर रहे है कांकरेज नस्ल की गाय के बारे में तो आइये जानते है इसके पालन के बारे में पूरी जानकारी के बारे में।
कैसे करें कांकरेज नस्ल की गाय का पालन
हम आपको बता दे की कांकरेज नस्ल की गाय को एक फिक्स मात्रा में सूखा चारा और हरा चारा देना चाहिए। आप इस गाय को जई, मक्की, घास, साइलेज आदि भी आहार के तौर पर दे सकते है। जिससे की आपको इस नस्ल की गाय के पालन में कोई ज्यादा खर्च भी नहीं होगा और आप कम मेहनत में ही इसका पालन कर सकेंगे। अगर हम बात करें इसकी देखभाल की तो इस नस्ल की गायों को किसी देखभाल की जरुरत नहीं होती है. साथ ही इस नस्ल की गायों को कई तरह के रोग लग जाते है जिससे की गाय का विशेष ध्यान रखने की जरुरत होती है।
कांकरेज नस्ल की गाय की पहचान और विशेषताएं
- कांकरेज गाय की नस्ल का रंग सिल्वर ग्रे या स्टील ग्रे होता है।
- कांकरेज गाय का वजन 320 से 370 किलोग्राम तक होता है।
- इस गाय का दूध आसानी से पच जाता है।
- इस नस्ल की गाय गुजरात व राजस्थान में अधिक पाली जाती हैं।
- इसके बैल किसानों की खेती के काम आसानी से कर सकते हैं।
- इसके सींग दिखने में लंबे और काफी मजबूत, नुकीले और वीणा के आकार के होते हैं जो किसी को भी आसानी से चोट पहुंचा सकते हैं।
- इस गाय की लंबाई करीब 125 सेमी होती है, जबकि इसके बैलों की लंबाई 158 सेमी होती है।
कांकरेज गाय का पालन कर कितना होगा मुनाफा
जैसा की कांकरेज नस्ल की गाय एक ब्यात में लगभग 1750 से 1800 लीटर दूध दे सकती है साथ ही यह गाय रोजाना 8 से 10 लीटर दूध आसानी से दे सकती है। इस गाय के दूध में 4.5 प्रतिशत फैट की मात्रा पाई जाती है। साथ ही आप कांकरेज नस्ल की गाय का पालन बेहद ही आसानी से कर करते है। हम आपको बता दे की कांकरेज गाय की कीमत बाजार में 25 हजार से 65 हजार रुपए तक होती है। साथ ही इस नस्ल की गाय की कीमत अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होती है।