किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, बढ़ गई मूंग-उड़द के उपार्जन के पंजीयन की तारीख, जानिये कब तक करा सकेंगे पंजीयन

किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, बढ़ गई मूंग-उड़द के उपार्जन के पंजीयन की तारीख, जानिये कब तक करा सकेंगे पंजीयन। जिससे कोई भी किसान नहीं छुटेगा।

बढ़ गई फसल पंजीयन की तारीख

मूंग, उड़द के कई ऐसे किसान थे, जिन्होंने अभी तक ग्रीष्मकालीन फसल मूंग और उड़द समर्थन मूल्य पर उपार्जन में पंजीयन नहीं कराया था। जिससे वह बेहद परेशान थे। जिसके कारण सीएम मोहन यादव के सरकार ने उन्हें राहत की खबर दी है, और पंजीयन की तारीख अब पांच जून से बढ़ाकर दस जून कर दी है। जिससे किसान समय पर पंजीयन करा सके।

बता दे कि मध्य प्रदेश सरकार ने वर्ष 2024, विपणन वर्ष 2024-25 के प्राइस सपोर्ट स्कीम के तहत ग्रीष्मकालीन फसल मूंग, उड़द के समर्थन मूल्य पर उपार्जन में रजिस्ट्रेशन कराने के समय को 10 जून 2024 तक कर दिया गया है। इस तरह अब किसानों के पास तीन दिन का और समय है। इतना ही नहीं किसानों एक और फायदा अब मिलेगा चलिए जाने क्या।

किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, बढ़ गई मूंग-उड़द के उपार्जन के पंजीयन की तारीख, जानिये कब तक करा सकेंगे पंजीयन

यह भी पढ़े- किसान करें मक्के की खेती, सरकार दे रही 8 वैरायटी के बीज, जानिए मक्के की खेती में सब्सिडी कहां मिल रही

अब सप्ताह के सातो दिन होगा पंजीयन

किसानों को पंजीयन कराने का समय अब तीन दिन और मिल गया है। जिससे उन्हें राहत तो है लेकिन अब किसानों को सप्ताह के सातो दिन पंजीयन कराने का मौका मिलेगा। क्योकि अब सोमवार से लेकर रविवार तक पंजीयन होगा। जिससे किसानों को और अधिक समय मिल जाएगा। चलिए जानते है कहाँ सबसे अधिक उड़द-मूंग की खेती हो रही थी।

इन किसानों को हुई राहत

प्रदेश में कुछ इलाके ऐसे है जहाँ ज्यादातर मूंग की खेती हुई है। जिससे किसानों को पंजीयन कराने में देरी हो सकती है। क्योकि प्रदेश के मध्य भारत अंचल में करीब सभी जिलों में मूंग की फसल लगी थी जिसमें, भोपाल, रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद, हरदा, बैतूल और देवास जिले आते है। वही उड़द की फसल की बात करें तो इसका उत्पादन भी तगड़ा होने के आसार है। यही सोचकर जिला कलेक्टर ने बढ़िया व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। इस तरह किसानों को पंजीयन में कोई दिक्क्त नहीं आएगी।

यह भी पढ़े- घर में है पशु ? तो ऐसे मिलेगी फ्री की गैस और फ्री की खाद, जानिये गोबर से गैस कैसे बनाई जाती है और कितना आता है खर्चा

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद